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देवास

अभी जैसी सफाई हो रही है वैसी सालभर होती है क्या?

दिल्ली से आई टीम, वार्डों का निरीक्षण कर रहवासियों से ले रही फीडबैक, इस बार 9500 का हो रहा है स्वच्छता सर्वेक्षण
 

देवासAug 23, 2023 / 12:51 am

rishi jaiswal

अभी जैसी सफाई हो रही है वैसी सालभर होती है क्या?

अभी जैसी सफाई हो रही है वैसी सालभर होती है क्या?

देवास। स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 को लेकर दिल्ली से आई तीन सदस्यीय टीम ने शहर में डेरा डाल दिया है। टीम पिछले चार-पांच दिन से शहर में है। टीम के सदस्यों द्वारा शहर के वार्डों में जाकर सफाई कार्य का जायजा ले रही है वहीं लोगों से फीडबैक भी लिया जा रहा है। उधर सर्वेक्षण के चलते नगर निगम भी सफाई कार्य पर विशेष फोकस कर रहा है। उधर इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा अलग है। इस बार कई नए बिंदु तय किए गए हैं। वहीं इस बार सर्वेक्षण 9500 अंकों का हो रहा है। जानकारी के अनुसार फील्ड सर्वे के बाद आखिरी में दस्तावेजीकरण किया जाएगा।
रहवासियों से कर रहे चर्चा

सर्वेक्षण टीम अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर सफाई व्यवस्था देख रही है। टीम के सदस्यों द्वारा रहवासियों से भी सफाई को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है। रहवासियों से पूछा जा रहा है कि अभी जैसी सफाई हो रही है, क्या वैसी सालभर होती है। इसके अलावा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। जानकारी के अनुसार सर्वे के लिए आई टीम को दिल्ली में बैठी टीम से सर्वे के लिए लोकेशन दी जा रही है। जिस स्थान पर टीम जा रही है उसके बारे में नगर निगम के अफसरों को भी जानकारी नहीं है। सर्वे के दौरान टीम बैकलेन की सफाई, थ्री आर व्यवस्था भी देख रही है।
देशभर में मिली थी 25वीं रैंकिंग

उल्लेखनीय है कि पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण में देवास को एक से 10 लाख वाले शहरों में 16वां स्थान मिला था। वहीं देशभर में 25वीं रैंकिंग रही थी। साथ ही थ्री स्टार रेटिंग मिली थी। इस बार नगर निगम ने नए मापदंडों के अनुसार विभिन्न कार्य किए हैं। सर्वेक्षण में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने, शहर को रेड स्पॉट (पान-गुटके की पिक) खत्म करने, स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता, होटलों में थ्री-आर प्रतियोगिता जैसे बिंदुओं को शामिल किया गया है। इन सभी पर नगर निगम ने काम किया है।
सिटीजन फीडबैक सबसे पहले

हर बार की तरह इस बार भी केंद्र सरकार ने सर्वेक्षण में काफी बदलाव किया है। इस बार का सर्वेक्षण 7500 के बजाए 9500 अंकों का हो रहा है। पिछली बार की तुलना में इस बार दो हजार अंक बढ़ाए गए हैं। सर्वेक्षण चार चरणों में हो रहा है। इस बार सिटीजन फीडबैक सबसे पहले लिए गया है। इससे पहले अंतिम चरण में सिटीजन फीडबैक लिया जाता था। इसके अलावा शहरवासियों को क्या सुविधा मिल रही है इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सर्वेक्षण में इस बार सीवरेज के पानी का ट्रीटमेंट हो रहा है या नहीं, इसके भी अंक निर्धारित किए गए हैं।
1750 अंक केवल कचरा उठाने के

इस बार सर्वेक्षण में 100 फीसदी कचरा कलेक्शन व 100 फीसदी निपटान पर फोकस किया गया है। इसमें 48 प्रतिशत अंक कचरा उठाने सहित कचरा निस्तारण पर दिए जाएंगे। इस बार सर्विस आधारित प्रगति पर 3000 की जगह 4525 अंक, सर्टिफिकेशन पर 2250 की जगह 2500, सिटीजन फीडबैक पर 2250 की जगह 2475 अंक तय किए गए हैं। सर्विस लेवल प्रोग्राम के तहत कचरा उठाना, सीवरेज की साफ-सफाई, जैविक खाद बनाने, गैस बनाने जैसी प्रक्रिया के लिए 48 प्रतिशत अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें 1750 अंक तो केवल कचरा उठाने की सेवा के लिए दिए जाएंगे। इसमें देखा जाएगा कि शहर में कचरा उठाने में किस तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
फाइव स्टार रेटिंग के लिए किया दावा

नगर निगम ने पिछले दो वर्षों की तरह इस बार भी फाइव स्टार रेटिंग के लिए दावा किया है। पिछले दो सर्वेक्षण से नगर निगम को थ्री स्टार रेटिंग मिल रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार फाइव स्टार रेटिंग मिल जाएगी। वहीं वाटर प्लस-प्लस के लिए भी निगम ने दावा किया है।
बारिश में हो रहा सर्वेक्षण

संभवत: यह पहला मौका है जब पहली बार बारिश के सीजन में स्वच्छता सर्वेक्षण हो रहा है। पिछले तीन-चार दिनों से हो रही रिमझिम बारिश से कई क्षेत्रों में कीचड़ की समस्या हो रही है। हालांंकि नगर निगम की टीम प्रमुख मार्गाें पर कर्मचारियों के अलावा मशीनों से सफाई करवा रही है। इस बार बारिश के सीजन में सर्वेक्षण एक चुनौती भी है।
शहर के वार्डों में पसरी है गंदगी-पंवार

नगर निगम नेता प्रतिपक्ष प्रतिनिधि राहुल पंवार ने स्वच्छता अभियान को लेकर सवाल उठाए हैं। इस संबंध में पंवार ने निगमायुक्त व संभागायुक्त को पत्र लिखा है। पंवार ने बताया शहर में जोर-शोर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उसके बावजूद भी शहर के वार्डों में गंदगी के साथ जगह-जगह कीचड़ फैला हुआ है। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए आई टीम केवल वार्ड के फोकस एरिया पर ध्यान दे रही है जबकि वार्ड के अंदर काफी गंदगी पसरी है।पवार ने बताया कि मंगलवार को कई वार्डों का निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि गंदगी की भरमार है। नगर निगम व स्वच्छता की टीम का ध्यान इस ओर क्यों नही जा रहा है। पवार ने आयुक्त से मांग की है कि शहर के चिन्हित स्थानों पर फोकस के साथ ही हर एक वार्ड में स्वच्छता अभियान का कार्य पूर जोर तरीके से कराया जाए।

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