करीब तीन-चार माह पहले रेलवे द्वारा देवास स्टेशन के बाहर 100 फीट ऊंचाई वाले तिरंगा फहराने की तैयारी की गई थी। इसके बाद दिसंबर में इसके लिए काम शुरू किया गया। गणतंत्र दिवस पर शुभारंभ करने की तैयारी थी लेकिन किन्हीं कारणों के चलते कार्यक्रम लेट हो गया। सोमवार को झंडे का शुभारंभ किया गया। इसके लिए निर्धारित समय सुबह 11.30 बजे का था लेकिन सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी, देवास विधायक गायत्रीराजे पवार, पूर्व महापौर सुभाष शर्मा 12.03 बजे एकसाथ एक ही वाहन से पहुंचे। इसके बाद बटन दबाकर तिरंगे को खंभे पर ऊपर पहुंचाने की शुरुआत अतिथियों ने की। इसमें तीन से चार मिनट का समय लग गया।
आरपीएफ के अधिकारी-जवानों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। कार्यक्रम में रेलवे डीआरएम रतलाम मंडल विनीत गुप्ता, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनीलकुमार मीणा, मंडल इंजीनियर वैभव सकलेचा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। रतलाम मंडल प्रवक्ता ने बताया मंडल में देवास से पहले इंदौर, उज्जैन, रतलाम व नागदा स्टेशनों पर 100 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया जा चुका है। इसके साथ ही नीमच, मंदसौर, महू, चित्तौड़ में भी स्वीकृति मिल चुकी है। झंडा फहराने के कार्यक्रम के बाद सांसद, विधायक, पूर्व महापौर व अन्य अधिकारी रेलवे स्टेशन प्रबंधक के कक्ष में पहुंचे और सुविधाओं व योजनाओं को लेकर चर्चा की। झंडा फहराने के बाद आसपास से निकल रहे लोग व स्कूली बच्चे तिरंगा देखकर प्रफुल्लित नजर आए। लोगों व बच्चों ने तिरंगे के फोटो खींचे।
देवास की शोभा बढ़ाएगा तिरंगा-सांसद
मीडिया से चर्चा में सांसद सोलंकी ने कहा जनता की मांग पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की व्यवस्था रेलवे द्वारा की गई है। यह देवास की शोभा बढ़ाएगा। बारिश के दौरान स्टेशन के सामने व आसपास पानी भरने की स्थिति बनती है, इसके निराकरण को लेकर चर्चा हुई है। कई गाडिय़ों का ठहराव नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा उनको जानकारी नहीं है कि कौन सी ट्रेनें नहीं रुक रही हैं, जनता की सुविधा के लिए ट्रेनों को रुकवाने के प्रयास करेंगे।
मालगोदाम शिफ्टिंग, नई ट्रेनों को लेकर हुई चर्चा-विधायक
देवास विधायक पवार ने कहा रेलवे के अधिकारियों से माल गोदाम को बिंजाना शिफ्ट करने व नई ट्रेनों को लेकर चर्चा हुई है। यदि मालगोदाम यहां से शिफ्ट होकर बिंजाना किया जाता है तो ट्रकों को माल लाने-ले जाने में सुविधा होगी। करीब 18-20 किमी का चक्कर बचेगा। पटना व गोरखपुर के लिए ट्रेनों की मांग पर भी बात की गई है।
पूर्व महापौर को महापौर लिखना अनुचित व निंदनीय-कांग्रेस
उधर कार्यक्रम के शिलालेख पर सुभाष शर्मा का पद महापौर लिखने की निंदा कांग्रेस ने की है। प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया 31 दिसंबर 2019 को महापौर पद से शर्मा निवृत्त हो चुके हैं, उनका पद महापौर लिखना अनुचित और निंदनीय है। सांसद लगातार प्रोटोकॉल की बात करते रहते हैं जब आज उनकी उपस्थिति में रेल प्रशासन के द्वारा तिरंगे झंडे का लोकार्पण कार्यक्रम हुआ जिस पर नाम के आगे महापौर लिखा है, उस पर उन्होंने आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई। उनकी पार्टी के लिए बात हो तो प्रोटोकॉल नहीं तो कोई बात नहीं।
अगर महापौर के नाम लिखना ही थे तो उनकी पार्टी एवं कांग्रेस के भी पूर्व महापौर शहर में हैं उनके नाम भी लिख देना थे। यह तो सभी पूर्व महापौर का भी अपमान है। मामले में डीएमआर को पत्र लिखकर जांच की मांग की जाएगी। उधर पूर्व महापौर शर्मा ने कहा शुभारंभ कार्यक्रम की तैयारी काफी दिनों से चल रही थी,
पूर्व महापौर लिखा हुआ रहता तो उचित था। हालांकि प्रोटोकाल के उल्लंघन की कोई बात नहीं है क्योंकि अब तक शहर में कोई नया महापौर नहीं बना है। रेलवे वालों को भी इसका ध्यान नहीं रहा होगा क्योंकि प्रदेश के कई शहरों में महापौर का कार्यकाल अभी बाकी है। अभी भी शिलालेख में पूर्व महापौर करवाया जा सकता है, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। आपत्ति जताकर कांग्रेसी जनता के चुने महापौर का अपमान कर रहे हैं।
प्रतिदिन चलाएं आंबेडकरनगर-इलाहाबाद एक्सप्रेस
उधर पूर्व स्टेशन अधीक्षक आर.ए. सिद्दीकी, मुकेश सोलंकी सदस्य रेल्वे सलाहकार समिति आदि ने डीआरएम गुप्ता को आवेदन सौंपा। बताया कि डॉ. आंबेडकरनगर से इलाहबाद के बीच विशेष गाड़ी प्रायोगिक रूप से साप्ताहिक सेवा के तौर पर चलाई जा रही है। इसकी उपयोगिता सर्वे में बढक़र 100 प्रतिशत हो गई है। अत: इसे प्रतिदिन चलाया जाए।
देवास के दर्शनीय स्थलों माताजी टेकरी, शीलनाथ धूनि, बिलावली मंदिर, कैलादेवी मंदिर, उस्ताद रजबअली खां स्मारक का नाम एवं दूरी देवास रेलवे स्टेशन में बोर्ड लगाकर जानकारी दर्शाने की मांग की गई। साथ ही रेल्वे स्टेशन बिंजाना में ट्रेनों का स्टापेज एवं खिडक़ी नहीं होने का उल्लेख किया गया। एक डेढ़ माह में टिकट चालू करने को लेकर डीआरएम ने आश्वासन दिया।