हुआ यूं कि…
दरअसल करौं प्रखंड के करहैया गांव निवासी एक महिला 21 मई को दिल्ली से देवघर लौटी थीं। इसके बाद वह होम क्वारंटाइन थी। इसी बीच 2 जून को उसे पेट दर्द की शिकायत हुई। जांच में पता चला कि उसके लीवर में गंभीर इंफेक्शन है जिससे उसे दर्द हो रहा है। चार जून को उसे जिले के लाइफलाइन अस्पताल से कोलकाता रैफर किया गया। 11 जून को कोलकाता के एएमआरआइ अस्पताल में उसकी जांच हुई। इसी के साथ कोरोना वायरस की जांच के लिए भी सैंपल लिया गया।
शुक्रवार को महिला एंबुलेंस के जरिए कोलकाता से घर वापस आ रही थीं। तभी रास्ते में उसके मोबाइल पर एसएमएस आ गया कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित है। बस फिर क्या था एंबुलेंस के चालक ने यह बात सुन ली। उसने तुरंत एंबुलेंस रोकी और महिला और गाड़ी को रास्ते में छोड़कर भाग गया।
महिला के बारे में जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उपायुक्त नैंसी सहाय ने बताया कि महिला को दूसरी एंबुलेंस से मां ललिता कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला के संपर्क में आए लोगों को ढूंढा जा रहा है। संक्रमित महिला के गांव को सील कर दिया गया है।