नीलकंठ पहाड़ी के नीचे स्थित इस टंकी की हालत क्षतिग्रस्त थी, इसके बावजूद जलदाय विभाग इसका उपयोग कर रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर यह हादसा दिन के समय होता तो जलदाय विभाग की लापरवाही के कारण जनहानि की आशंका थी। दौसा में इन दिनों लगातार बारिश का दौर जारी है, ऐसे में यह टंकी भरभरा कर जमीन पर आ गिरी। खास बात यह है कि टंकी के पिलर टूटने से टंकी सीधी नीचे आ गई, तिरछी गिरती तो नीलकंठ मंदिर के झूले को नुकसान पहुंच सकता था।
अब 29 लाख लीटर की नई टंकी बनेगी
टंकी गिरने की सूचना पर शुक्रवार सुबह जलदाय विभाग के एक्सईएन हनुमान मीना, एईएन शिवचरण मीना, जेईएन सोनू सैनी सहित अन्य मौके पर पहुंचे। एक्सईएन ने बताया कि टंकी को तुड़वाने की कार्रवाई शुरू करने वाले ही थे कि यह हादसा हो गया। इस टंकी की जगह अब 29 लाख लीटर क्षमता की नई टंकी का निर्माण होगा। एईएन ने बताया कि इस टंकी से वर्तमान में सिर्फ किला सागर क्षेत्र में सप्लाई होती है, जिसे अब दूसरी जगह से जोड़ा जा रहा है। इसके चलते एक-दो दिन आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।