वैसे तो कोरोना लॉकडाउन को लेकर जिले व राज्य की सीमाएं सील होने के साथ ही आवागमन पर प्रतिबंध है, लेकिन ऐसी स्थिति में यदि प्रशासन के उच्चाधिकारी आदेश दें तो कम से कम परिवार के सदस्य अपने निजी साधन से अस्थियों को विसर्जित करने के लिए जा सकते है। -राजेन्द्र कुमार मीना, थाना प्रभारी बांदीकुई
बांदीकुई. यदि समाजसेवा का जज्बा हो तो कोई भी राह आसान है। इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन है। ऐसे में ठेले-थड़ी चालक बेरोजगार होकर घर बैठे हुए हैं। उनके सामने राशन का संकट खड़ा हो गया है। इसको लेकर खण्डेलवाल नवयुवक मण्डल अध्यक्ष विनोद घीया ने पहले 5 दिन तक वार्डों का सर्वे कर जरुरतमंद 101 परिवारों को चिह्नित कर स्वयं बाइक पर राशन सामग्री रखकर पहुंचाई। जरुरतमंदों को 10 किलोग्राम आटा, तेल, चीनी, नमक, मीर्च, हल्दी, धनिया एवं दाल के पैकेट उपलब्ध कराए। इन परिवारों के राशन सामग्री प्राप्त कर चेहरे खिल उठे। दिनेश खण्डेलवाल सहित अन्य लोगों ने भी राशन सामग्री के वितरण में सहयोग कराया।