Uproar over the death of a newborn in a government hospital
दौसा के अशोक नगर निवासी तुलसी पत्नी सौरभ शर्मा को प्रसव पीड़ा होने पर रविवार सुबह 9 बजे डॉ. राजेश गुर्जर को दिखाया और प्रसव के लिए मातृ एवं शिशु कल्याण केन्द्र में भर्ती कराया था। सोमवार सुबह तुलसी ने बालक को जन्म दे दिया, लेकिन 20 मिनट बाद नवजात ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने जिला अस्पताल में चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया।
दौसा के अशोक नगर निवासी तुलसी पत्नी सौरभ शर्मा को प्रसव पीड़ा होने पर रविवार सुबह 9 बजे डॉ. राजेश गुर्जर को दिखाया और प्रसव के लिए मातृ एवं शिशु कल्याण केन्द्र में भर्ती कराया था। सोमवार सुबह तुलसी ने बालक को जन्म दे दिया, लेकिन 20 मिनट बाद नवजात ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने जिला अस्पताल में चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि प्रसूता को चिकित्सक के घर दिखाया था, उसके बाद उन्होंने उसको जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया। चिकित्सक हर घंटे डिलेवरी होने की बात कर रहे थे। सोमवार सुबह डिलेवरी हुई, लेकिन बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने नवजात का बाद में पोस्टमार्टम भी नहीं कराया। जिला अस्पताल चौकी ने बताया कि पहले परिजनों ने मामले को लेकर रिपोर्ट दी, लेकिन बाद में राजीनामा हो गया।
नर्सिंग स्टाफ कराता है डिलेवरी
प्रसूता के परिजनों ने आरोप लगाया कि मातृ एवं शिशु कल्याण केन्द्र में अधिकांश महिलाओं की डिलेवरी नर्सिंग स्टाफ ही करवाता है, जबकि यह काम चिकित्सक का है। यहां आए दिन प्रसूताओं को दिक्कत आती है। चिकित्साकर्मीसुनवाई नहीं करते हैं।
प्रसूता के परिजनों ने आरोप लगाया कि मातृ एवं शिशु कल्याण केन्द्र में अधिकांश महिलाओं की डिलेवरी नर्सिंग स्टाफ ही करवाता है, जबकि यह काम चिकित्सक का है। यहां आए दिन प्रसूताओं को दिक्कत आती है। चिकित्साकर्मीसुनवाई नहीं करते हैं।
जिला अस्पताल में नवजात की मौत के मामले में प्राथमिक तौर पर किसी की भी लापरवाही नहीं दिख रही है। फिर भी पोस्टमार्टम एवं जांच कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
– डॉ. पीएम मीना, सीएमएचओ दौसा।
– डॉ. पीएम मीना, सीएमएचओ दौसा।
जिला अस्पताल में नवजात की मौत के मामले में अतिरिक्त जिला कलक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी जांच करेगी। वैसे प्राथमिक स्तर पर लापरवाही नजर नहीं आ रही है।
– डॉ. सीएल मीना, पीएमओ दौसा
– डॉ. सीएल मीना, पीएमओ दौसा
जिला अस्पताल में स्थिति का अवलोकन कर अधिकारियों को मौखिक रिपोर्ट बता दी। चिकित्सक की लापरवाही रही या फिर अन्य किसी कारण से बालक की मौत हुई। यह तो जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बताया जा सकता है। मामले की गम्भीरता से जांच की जाएगी।
– सोनल मीना, तहसीलदार दौसा
महिला की सामान्य डिलेवरी हुई थी। जन्म के आधे घंटे पहले तक शिशु की ठीक था। सम्भवत: बच्चे की आंवल दबने से मौत हुई है। ऐसे केस एक हजार में एक-दो होते हैं।
– डॉ. राजेश गुर्जर, स्त्री एवं शिशु रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल दौसा
– डॉ. राजेश गुर्जर, स्त्री एवं शिशु रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल दौसा
Uproar over the death of a newborn in a government hospital