साथ ही सिकंदरा थाना पुलिस के एक एएसआई पर गंभीर आरोप लगाकर परिजनों ने सुबह पोस्टमार्टम से इनकार करते हुए कार्रवाई की मांग की। इस पर सीओ दीपक मीणा, बालाजी थाना प्रभारी गौरव प्रधान, मानपुर प्रभारी सुरेश कुमार व सिकंदरा थाना प्रभारी सुणीलाल ने समझाइश की। दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए।
गौरतलब है कि सोमवार रात हादसे में जीजा-साले सहित एक अन्य की मौके पर मौत हो गई। मृतकों की पहचान ग्वालियर (मध्यप्रदेश) निवासी कंचन सिंह (30) पुत्र राघवेन्द्र, सुमित बंबोरिया (30) पुत्र भानुप्रताप और तोतर तहसील बाड़ी (धौलपुर) निवासी देवेन्द्र सिंह (52) पुत्र निहाल सिंह के रूप में हुई है।
डेढ़ महीने पुराने मामले में बुलाया था
मृतक कंचन के भाई अजित प्रताप सिंह ने बताया कि 8 नवंबर को जयपुर से ग्वालियर जाते समय सिकंदरा चौराहे पर उनकी कार का टायर फट गया था। इससे एक स्कूटी को टक्कर मारने के बाद कार दीवार से जा टकराई। पुलिस कार को थाने लेकर चली गई और स्कूटी सवार वहां से चला गया। इसके बाद सिकंदरा थाने के एएसआई तेजसिंह चौधरी ने बार-बार फोन कर कंचन सिंह को परेशान करने लगा। स्कूटी वाले के रिपोर्ट नहीं देने पर पुलिस ने 50 हजार रुपए लेकर कार को छोड़ दिया। इसके बाद दिसंबर महीने में एएसआई ने फोन कर बताया कि आपके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। जमानत के लिए सिकराय न्यायालय में आना होगा।
कार जब्त करने ग्वालियर पहुंचे
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि एएसआई कार जब्त के लिए 20 दिसंबर को ग्वालियर पहुंच गया और डीजल के लिए कंचन के फोन पर बार कोड भेजकर रुपए मांगे। इस पर एएसआई को 3500 रुपए डाल दिए। इसके बावजूद पुलिस ने कार जब्त कर ली। कंचन के मौके पर नहीं मिलने पर सुमित से 25 हजार रुपए लेकर वापस आ गए। इसके बाद में एक लाख रुपए लेकर सिकराय न्यायालय में बुलाया था। जिसे लेकर पांच जने सिकराय न्यायालय आए थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि सड़क हादसा हुआ 8 नवंबर को हुआ था और एफआईआर 20 दिन बाद 2 दिसंबर को दर्ज की गई।
कार चालक बोला, उतर ही रहे थे कि ट्रक पलट गया
कार चालक आशीष ने बताया कि कंचन राजावत पर सिकराय में एक्सीडेंट केस में जमानत के लिए न्याययालय में वकील के पास आए थे। काम नहीं होने पर मंगलवार को फिर आना था। इसके बाद वे रात को रुकने के लिए मेहंदीपुर बालाजी चले गए। होटल में कमरा लिया और खाने के लिए ढाबे पर पहुंचे थे। कार से नीचे उतरने ही वाले थे कि पीछे से ट्रक लहराता हुआ आया और पीछे वाले हिस्से पर पलट गया। इससे पीछे की सीट पर बैठे तीनों साथियों की मौके पर ही मौत हो गई। आगे बैठे वह और मृतक सुमित के पिता भानुप्रताप बड़ी मुश्किल से बाहर निकले।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भी पत्र भेजेंगे
पोस्टमोर्टम की कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए हैं। परिजनों ने सिकंदरा थाने के एएसआई पर आरोप लगाकर रिपोर्ट दी है, जिसे जांच व कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-21 पर रोड सेफ्टी से जुड़े इंतजामों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भी पत्र भेजेंगे।–गौरव प्रधान, थाना प्रभारी मेहंदीपुर बालाजी
कार चालक से रुपए लेने की बात निराधार
कार सवार लोग सोमवार को पुलिस थाने आने की बजाए सिकराय न्यायालय में वकील के पास चले गए। इसके बाद मुझे जानकारी नहीं है। स्कूटी एक्सीडेंट के मामले में कार चालक से रुपए लेने की बात निराधार व बेबुनियाद है। आरोप तो कोई भी लगा सकता है।–तेजसिंह चौधरी, एएसआई सिकंदरा थाना
जांच कराई जाएगी
मृतकों के परिजनों ने एएसआई के संबंध में जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच कराई जाएगी।–रंजीता शर्मा, एसपी दौसा
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