पुलिस ने बताया कि पेईपुरा निवासी सूरज सिंह (16) पुत्र सुरेंद्र सिंह राजपूत व अर्जुनसिंह ( 16) पुत्र भंवरसिंह राजपूत दोपहर में अपने दो अन्य साथियों के साथ गांव में ही भैंस चरा रहे थे। इसी दौरान जयपुर मुंबई एक्सप्रेस-वे की सड़क बनाने के लिए मिट्टी खुदाई से हुए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से सूरज सिंह व अर्जुन सिंह की मौत हो गई।
सूचना पर पहुंचे परिजनों ने दोनों बालकों को गड्ढे में से निकालकर दौसा के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बालकों का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। इधर घटना के बाद मौके पर बस्सी सहायक पुलिस आयुक्त मुकेश चौधरी, थाना प्रभारी राजीव यदुवंशी, जटवाड़ा चौकी प्रभारी मोहन लाल सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता मौजूद था।
भैंसों को निकालने के लिए प्रयास में चली गई जान
ग्रामीणों ने बताया कि दोनों किशोर सुबह घर से भैंस चराने के लिए गए थे। दोनों चांदराना तालाब की ओर निकल गए। भैंस तालाब की ओर पानी पीने के लिए चली गई, लेकिन बाहर नहीं निकली तो सूरज सिंह तालाब में घुस गया। सूरज को डूबते हुए देख अर्जुन सिंह पानी में कूद गया। दोनों इकलौते पुत्र थे
ग्रामीणों ने बताया कि परिवारों में ये दोनों इकलौते थे। सुरेंद्र सिंह के एक लड़का व एक लड़की व भंवर सिंह के दो लड़कियां व एक लड़का था। अब दोनों भाइयों के दोनों पुत्र नहीं रहे। परिवार के चिराग बुझ गया। दोनों एक साथ कक्षा नौ में पढ़ाई करते थे।