एसडीएम नरेंद्र कुमार मीणा मौके पर पहुंच चुके हैं। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के साथ उन्होंन वेस्ट वेयर क्षेत्र और बांध का जायजा लिया। वेस्ट वेयर क्षेत्र के रिस्की जोन से लोगों को हटा दिया गया है। मौके पर पुलिस जाप्ता भी तैनात कर दिया गया है। बांध की कुल भराव क्षमता 30 फीट 5 इंच है। इससे पहले 2019 और 1997 में मोरेल बांध छलका था। दौसा और सवाई माधोपुर जिले के लिए मोरेल बांध को लाइफ लाइन माना जाता है। इस बांध का निर्माण कार्य 4 साल में पूरा हुआ और 1952 में यह तैयार हुआ। इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी दौसा जिला प्रशासन के पास है।
दौसा में झमाझम
गौरतलब है कि दौसा जिले में इन्द्रदेव इस बार खूब मेहरबान हैं। महुवा में बारिश नए रेकॉर्ड बना रही है। बीते 24 घंटों में यहां साढ़े सात इंच (188 एमएम) पानी बरस गया। इससे कस्बे में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। वहीं जिले के अन्य इलाकों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहा। बड़े बांधों में पानी की आवक लगातार जारी है। वहीं प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। मुख्यमंत्री ने भी हेलीकॉप्टर से जिले का निरीक्षण किया। इधर, झमाझम बारिश से जिले के तालाब, एनिकट, तलाई, नाले पानी से लबालब है। सूरजपुरा बांध के बाद अब भांकरी बांध में भी चादर चल चुकी है। वहीं कई गांवों में नदियों के बहने से मार्ग अवरुद्ध हैं। अनवरत जारी बारिश से जनजीवन भी प्रभावित हो गया है। जिला मुख्यालय पर भी मंगलवार को रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा।