भगवान शिव के दिन सोमवार को प्रीति आयुष्मान योग के साथ सवार्थसिद्धि योग भी बन रहा है। इसको लेकर ऐसी मान्यता है कि इस योग में जो व्यक्ति पूजा करता है, उसको भगवान शिव से कई गुणा फल की प्राप्ति होती है। ज्योर्तिविदों के अनुसार सावन का महिना भगवान शिव का प्रिय महीना है और इस पूरे माह भगवान शिव की पूजा आराधना की जाती है और श्रद्धालु पूरे माह व्रत भी रखते है।
Sawan 2024: सभी शिव मंदिरों में होंगे विभिन्न आयोजन
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी राजस्थान के सभी शिव मंदिरों में सावन मास के दौरान विभिन्न आयोजन होंगे। मंदिरों में सावन मास की तैयारियां भी शुरू होने लगी है। लालसोट के घाटेश्वरनाथ महादेव मंदिर, चंद्रेश्वरनाथ महादेव मंदिर, मायला कुआं के पंचेश्वरनाथ महादेव मंदिर एवं मालेश्वर महादेव मंदिर समेत सभी शिव मंदिरों में इस दौरान कावड़ियों द्वारा जलाभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा फूल बंगला झांकी, विशेष पूजा अर्चना एवं भजन संध्या समेत विभिन्न आयोजन भी संपन्न होंगे।Significance Of Bel Patra: बिल्व पत्र चढ़ाने का महत्व
भगवान शिव को भक्त प्रसन्न करने के लिए बिल्व पत्र चढ़ाते है। इस संबंध में पौराणिक कथा के अनुसार जब 89 हजार ऋषियों ने महादेव को प्रसन्न करने के लिए परमपिता ब्रह्मा से पूछा तो ब्रह्मदेव ने बताया कि महादेव 100 कमल के फूल चढ़ाने पर इतने प्रसन्न नहीं होते जितना कि एक नील कमल चढ़ाने पर होते हैं, वैसे ही 1000 नील कमल के बराबर एक बिल्व पत्र, 1000 बिल्व पत्र चढ़ाने के बराबर एक समी पत्र का महत्व होता है।Sawan Vrat Tyohar 2024: सावन मास के व्रत और त्योहार
22 जुलाई सोमवार सावन आरंभ 24 जुलाई बुधवार संकष्टी चतुर्थी 25 जुलाई गुरुवार नाग पंचमी 29 जुलाई सावन का दूसरा सोमवार 31 जुलाइ बुधवार कामिका एकादशी 02 अगस्त शुक्रवार मासिक शिवरात्रि 04 अगस्त रविवार हरियाली अमावस्या 05 अगस्त सावन का तीसरा सोमवार 06 अगस्त मंगलवार मंगला गौरी तीज 07 अगस्त बुधवार हरियाली तीज
09 अगस्त शुक्रवार नाग पंचमी (शास्त्रीय) 12 अगस्त सावन का चौथा सोमवार 16 अगस्त शुक्रवार पुत्रदा एकादशी 19 अगस्त सोमवार रक्षाबंधन ( Raksha Bandhan 2024 Date )
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