मधुमक्खी के हमले में घायल, अस्पताल में भर्ती
कुण्डल.
ग्राम पंचायत चौबड़ीवाला के दुडकी गांव में नहाने जा रहे एक व्यक्ति पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। सैकडों मधुमक्खियों के हमले से दिव्यांग बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे कुण्डल सीएचसी में भर्ती करवाया गया।
दुड़की निवासी छगन सिंह नहाने के लिए कुएं पर जा रहा था। रास्ते में बडी संख्या में बडी मधुमक्खीयों ने उस पर हमला बोल दिया। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद को दौड़े, लेकिन मधुमक्ख्यिों के हमले को देख ग्रामीण वापस ही ***** गए। कई ग्रामीणों ने घरों से कम्बल ओढ़कर व हाथों में एक कम्बल लेकर पीडित को बचाने पहुंचे। पीडित को वो उठाकर काफी दूर तक लेकर पहुंचे व उसके शरीर पर चिपकी मधुमक्खियों को कपडे की मदद से भगाकर बचाया। शरीर पर सैकडों जगह डंक लगने से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को समाजसेवी सीताराम कण्डेरा, मक्खन अवाना, जगदीश बागड़ी, सुशील दुड़की अपने निजी वाहन से कुण्डल के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उपचार किया।
कुण्डल.
ग्राम पंचायत चौबड़ीवाला के दुडकी गांव में नहाने जा रहे एक व्यक्ति पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। सैकडों मधुमक्खियों के हमले से दिव्यांग बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे कुण्डल सीएचसी में भर्ती करवाया गया।
दुड़की निवासी छगन सिंह नहाने के लिए कुएं पर जा रहा था। रास्ते में बडी संख्या में बडी मधुमक्खीयों ने उस पर हमला बोल दिया। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद को दौड़े, लेकिन मधुमक्ख्यिों के हमले को देख ग्रामीण वापस ही ***** गए। कई ग्रामीणों ने घरों से कम्बल ओढ़कर व हाथों में एक कम्बल लेकर पीडित को बचाने पहुंचे। पीडित को वो उठाकर काफी दूर तक लेकर पहुंचे व उसके शरीर पर चिपकी मधुमक्खियों को कपडे की मदद से भगाकर बचाया। शरीर पर सैकडों जगह डंक लगने से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को समाजसेवी सीताराम कण्डेरा, मक्खन अवाना, जगदीश बागड़ी, सुशील दुड़की अपने निजी वाहन से कुण्डल के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उपचार किया।
सिलिकोसिस से मौत
गीजगढ़. कस्बे की बारी वाली ढाणी में गत दिवस सिलिकोसिस से छोटेलाल सैनी (42) मूलचंद की मौत हो गई। वह कई वर्षों से सिलिकोसिस बिमारी से पीडि़त था। मृतक की पत्नी लक्ष्मा देवी की भी सात वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। ऐसे में मृतक के दो बालक सोहन व रिंकू सैनी के सिर से माता-पिता का साया उठ गया। बच्चों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट आ गया।