राजस्थान में सियासी तूफान: गहलोत के बयान के बाद आलाकमान ले सकता है बड़ा फैसला
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मानेसर जाने वाले विधायकों द्वारा दस-दस करोड़ रुपए भाजपा से लेने के बयान पर मंत्री मुरारी लाल मीणा ने पलटवार करते हुए कहा कि हां मैं जब मानेसर था तभी मैंने इस बात का जवाब दे दिया था। फिर भी अगर ठोस सबूत है तो सरकार को जांच करवा कर कार्यवाही करनी चाहिए।
पैसे लेने की बात पर मुरारी लाल मीना बोले कि वे 24 कैरेट सोना है और सोने के कभी जंग नहीं लगती। सबूत है तो कार्यवाही करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा की एकजुटता के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ा तो राजस्थान की कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। सरकार 2023 में रिपीट करनी है तो एकजुटता बेहद जरूरी है।
‘बड़ा दिल दिखाते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ दें अशोक गहलोत’
वही सीएम गहलोत के 102 विधायकों के बयान पर मुरारी लाल मीणा ने कहा 102 में से 10 से 15 विधायक तो हमारे साथ ही घूम रहे हैं । यह विवाद बंद होना चाहिए ताकि 2023 में कांग्रेस की सरकार राजस्थान में बनने का फिर से मौका मिले। गहलोत और पायलट के विवाद से सबको मौका मिल रहा है और यह दिल्ली की जिम्मेदारी है कि उनको तुरंत इस विवाद का समाधान निकालना चाहिए।