बांदीकुई नगरपालिका क्षेत्र में पूर्व में बसी कॉलोनियों के लोग प्रभावित होगें। सूत्रों की मानें तो शहर की करीब 30 फीसदी आबादी इससे प्रभावित होगी। इससे पूर्व प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत लोगों को पुरानी आबादी क्षेत्र में रियायत दर पर पट्टे जारी किए गए थे।
शहर के पुरानी आबादी में ये क्षेत्र शामिल
कस्बे का करीब एक तिहाई क्षेत्र पुरानी आबादी में शामिल हैं। यह क्षेत्र राजा महाराजाओं, जागीरदारों के समय से बसी आबादी को माना जाता हैं। इसमें अस्पताल रोड, बालाजी चौक तक, आगरा फाटक से हाई स्कूल रोड़, दुर्बलनाथ मंदिर के पीछे, पंचायत समिति के पीछे, अनाज मंडी, बाढ़ बगीची, बडियाल रोड़, श्यालावास कोठीन, वार्ड नंबर 19, 20 और 21 सहित अन्य क्षेत्र शामिल हैं। पट्टों की दरें बढ़ने से इन क्षेत्रों में पट्टा लेना महंगा हो गया है। यह भी पढ़ें
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लोगों ने सरकार से दरों में रियायत देने की उठाई मांग
पुरानी आबादी क्षेत्र के लोग पट्टों के लिए काफी समय से आस लगाये बैठे थें। लेकिन सरकार ने दरों में कमी करने की बजाए भारी वृध्दि कर दी। जिससे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया।-अनिता बोहरा, गृहिणी
सरकार को आमजन के हितों को ध्यान में रखते हुए बढ़ाई गई दरों पर पुनर्विचार करना चाहिए। और बढ़ाई गई दरों में फिर से कमी कर आमजन को राहत देनी चाहिए।
-नवल सैनी, व्यापारी
-सुबोध पंडित, युवा नेता
-नवल सैनी, व्यापारी
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सरकार को पुरानी आबादी क्षेत्र के पट्टों के लिए दरों में कटौती करनी चाहिए साथ ही इसके लिए विशेष अभियान चलाकर कैंप लगाए जाने चाहिए। जिससे इन कॉलोनियों के लोगों को पट्टा मिल सके।-सुबोध पंडित, युवा नेता
पुरानी आबादी में पट्टों की लिए राज्य सरकार ने आठ गुणा दरें बढ़ा दी। ऐसे में यह पुरानी आबादी के लोगों के लिए बढ़ा ही आर्थिक बोझ साबित होगा। लंबे समय से पट्टें बनवाने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को पर इस फैसले का असर पड़ेगा।
-राजेश शर्मा, वाइस चेयरमैन बांदीकुई
-राजेश शर्मा, वाइस चेयरमैन बांदीकुई