सोमवार दोपहर बाद भरतपुर रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय पर सभी कार्यकर्ता अपने समर्थकों के साथ एकत्रित हुए और कांग्रेस की इस गलत नीति को लेकर विरोध जताया। इसके पश्चात यह रैली भरतपुर रोड रोड होती हुई महुवा की सब्जी मंडी से होते हुए मंडावर रोड तक पहुंची। बैठक में पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह ने कहा कि टिकट वितरण में कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं के साथ धोखा किया है, जो कार्यकर्ता सहन नहीं करेंगे। पार्टी के आलाकमान को महुवा के टिकट पर पुनः विचार करना चाहिए।
रामनिवास गोयल ने कहा कि किसी भी एक कार्यकर्ता को टिकट मिलता तो विरोध नहीं जताते, लेकिन निर्दलीय विधायक को टिकट देना किसी हाल में सहन नहीं करेंगे। अजय बोहरा ने कहा कि जो कार्यकर्ता करीब 20 वर्षों से कांग्रेस पार्टी में रहकर कार्य कर रहा है और पार्टी हित में सेवा देते आ रहे है, लेकिन अब निर्दलीय को टिकट देकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कुठाराघात किया गया है। इस अवसर पर कमला बैरवा, बबलू सैनी, राजेंद्र पीपलखेड़ा, विक्रम मीणा, भंवर सिंह एडवोकेट सहित कई कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया।
उन्होंने बताया कि 26 अक्टूबर को फिर से सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक कर बड़ा निर्णय लेंगे। जितेंद्र सिंह जींद पावटा, सुरेश पावटा, विक्रम पावटा, नितेश पालोदा, जनकसिंह, रामसनेही पावटा, करणसिंह गुर्जर, विक्रम, जगदीश भरद्वाज, हरिओम सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
उल्लेखनीय की महुवा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह, रामनिवास गोयल, अजय बोहरा, रचना मीणा, मीनाक्षी मीणा, छोटू मीणा, सहित एक दर्जन लोग कांग्रेस टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन जैसे ही रविवार रात कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी हुई तो उसमें वर्तमान निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला का नाम आने को लेकर कांग्रेसियों में आक्रोश फूट पड़ा।