कुल्हड़ से हवा और अधिक होती है ठंडी
प्राचार्य अशोक कुमार शर्मा व विभागाध्यक्ष सुनील जांगिड़ के निर्देशन में छात्रों ने कूलर में घास के साथ मिट्टी से बने कुल्हड़ का इस्तेमाल हवा को और अधिक ठंडा करने के लिए किया है। कुल्हड़ व घास पर जब पानी गिरता है तो हवा खुशबूदार होने के साथ अधिक शीतल हो जाती है। यह भी पढ़ें – राजस्थान सरकार की सख्ती, अब कॉलोनियों में 500 वर्गमीटर से छोटे भूखंड पर नहीं बन सकेंगे फ्लैट्स
‘वेस्ट से बेस्ट’ थीम पर बनाया कूलर
प्रोजेक्ट इंचार्ज हनी कुमार मौर्य ने बताया कि छात्रों ने ‘वेस्ट से बेस्ट’ थीम पर कार्य किया और कूलर का निर्माण किया है। इससे पानी की खपत भी कम हुई है। इसका निर्माण छात्र राज शर्मा, मोहनलाल मीणा, अरविंद पटेल, विक्रम खान योगी, तन्मय जांगिड़ के समूह ने किया है। यह भी पढ़ें – Video : 1 जुलाई होने जा रहे हैं 5 बड़े बदलाव, जानें