पत्रकारों से बातचीत में परिवारवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहा कि वे गत दस वर्ष से टिकट के लिए प्रयासरत थे और करीब 45 साल से पर्दे के पीछे से संगठन की सेवा कर रहे हैं, इसलिए यह परिवारवाद नहीं है। टिकट के बाद गुटबाजी के सवाल पर बोले कि टिकट सभी मांगते हैं, लेकिन मिलता एक को ही है। गुटबाजी नहीं है और अगर कोई रूठा है तो मना लेंगे। टिकट के लिए डॉ. किरोड़ीलाल के दबाव को भी जगमोहन ने नकारते हुए कहा कि प्रत्याशी चयन पार्टी सर्वे के आधार पर करती है।
दौसा में मंदिरों में किए दर्शन
इससे पहले दौसा में भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीना ने विभिन्न मंदिरों में जाकर ढोक लगाई। सुबह सब्जी मंडी स्थित गणेश मंदिर से शुरुआत की और नीलकंठ महादेव मंदिर, भौमियाजी, पपलाज माता, देवनारायण मंदिर, गिरिराजधरण मंदिर, मेहंदीपुर बालाजी व मीन भगवान मंदिर के दर्शन किए।
किरोड़ी के भाई को टिकट मिलने से कुछ लोग नाराज
इधर, पूर्व विधायक शंकरलाल शर्मा के कुछ समर्थक सोशल मीडिया पर किरोड़ी के भाई को टिकट मिलने पर नाराजगी भी जता रहे हैं। सामान्य वर्ग की उपेक्षा से नाराज होकर भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष देवीसिंह ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि वर्ष 2018 में भी टिकट नहीं मिलने पर भारत वाहिनी पार्टी का टिकट लेकर दौसा से चुनाव लड़ चुके हैं।