गौरतलब है कि करीब दो साल पूर्व न्यायालय परिसर मेें इस नवीन भवन के निर्माण की आधारशिला राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति कल्पेश सतेन्द्र झवेरी ने रखी थी। अब तक लालसोट में संचालित अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश न्यायालय, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय प्रथम, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय द्वितीय एवं मुसिंफ मजिस्ट्रेट न्यायालय अलग अलग भवनों में संचालित हो रहे हैं।
Lalsot Court ….जिससे पक्षकार व अधिवक्ताओंं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस भवन में सभी चारों न्यायालय एक ही छत के नीचे संचालित होने से सबको बड़ी राहत मिली है। Lalsot Court ….जानकारी के अनुसार इस नवीन भवन का निर्माण कराने वाली कार्यकारी एजेंसी सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा करीब डेढ़ साल में ही इस नवीन भवन का निर्माण कार्य पूरा करने के बाद पिछले दिनों ही इसे न्याय विभाग को सुपुर्द भी कर दिया है, और शीघ्र ही भवन का लोकापर्ण होने के बाद यहां न्यायिक गतिविधियां भी शुरू होने का अनुमान है।
Lalsot Court …. कर दिया हैंडओवर
सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता कैलाश मीना ने बताया कि न्यायालय का नवीन भवन कई माह पूर्व बन कर तैयार हो गया था। इसी माह संबंधित विभाग ने नवीन भवन को अपने कब्जे मेें ले लिया है।
Lalsot Court ….अधिकारियों से अनुमति मिलने का इंतजार
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नाथूलाल मीना ने बताया कि न्यायालय के नवीन भवन में कामकाज शुरू करने के बारे में अधिकारियों से निवेदन किया जा रहा है। शीघ्र ही अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद लोकार्पण समारोह का आयेाजन होगा।