Fashion style with a traditional dress
इन दिनों सबसे अधिक रौनक महिला-पुरुषों के रेडिमेड कपड़ों की दुकानों पर है। दिवाली में अब चंद दिन ही शेष रह गए हैं, इसलिए लोग अब अपनी डे्रस फाइनल करने में लगे हैं। इस बार बाजार में परम्परा के साथ फैशन मिक्स कपड़ों को खास पसंद किया जा रहा है। युवाओं व युवतियों में फिल्मी कलाकारों की तरह कपड़े खरीदने की चाह है। वहीं महिलाएं भी टीवी सीरियल्स की हीरोइनों की तरह साड़ी ले रही हैं।
इन दिनों सबसे अधिक रौनक महिला-पुरुषों के रेडिमेड कपड़ों की दुकानों पर है। दिवाली में अब चंद दिन ही शेष रह गए हैं, इसलिए लोग अब अपनी डे्रस फाइनल करने में लगे हैं। इस बार बाजार में परम्परा के साथ फैशन मिक्स कपड़ों को खास पसंद किया जा रहा है। युवाओं व युवतियों में फिल्मी कलाकारों की तरह कपड़े खरीदने की चाह है। वहीं महिलाएं भी टीवी सीरियल्स की हीरोइनों की तरह साड़ी ले रही हैं।
इस बार बुटिक पर डे्रस डिजाइन का चलन भी बढ़ गया है। महिलाएं व युवती लहंगा, गाउन, क्रॉप टॉप स्कर्ट आदि बनवा रही हैं। इसी तरह लड़कों में कुर्ते-पायजामे व जैकेट का चलन बढ़ा है। इसके अलावा जिंस, शर्ट व पैंट भी खूब बिक रहे हैं। बच्चों के लिए खूब वैरायटियां उपलब्ध हैं। एक से बढ़कर एक डिजाइन से दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। महिलाओं को शिफॉन, फैंसी, चंदेरी, रो सिल्क आदि वैरायटी की साडिय़ां पसंद आ रही हंै।
टेलर व्यस्त, खूब काम
दिन-प्रतिदिन बदलती फैशन व कपड़ों के डिजाइन के दौर में बने रहने के लिए अब टेलरों ने भी सिलाई का तरीका बदल दिया है। जिले के टेलर वर्तमान फैशन, रेडीमेड कपड़ों की डिजायन व ग्राहक की मांग के अनुसार ही कपड़े सिलने लगे हैं। इससे टेलरों के पास भी काम बढ़ गया है। इन दिनों टेलर दिन-रात सिलाई में लगे हुए हैं। कईटेलर तो दिवाली तक कपड़े देने के नाम पर अब हाथ खड़े करने भी लगे हैं। वर्तमान में बाजार में 400 से 700 रुपए जोड़ी कपड़े की सिलाई ली जा रही है।
Fashion style with a traditional dress