राजस्थान के दौसा जिला मुख्यालय पर पुलिस थाने के समीप फूल बाजार में सुबह से देर रात तक दुकानें फूलों से ठसाठस नजर आई। सभी दुकानदार परिवार के साथ लगातार फूलमाला बनाने में लगे हुए दिखाई दिए। इस तरह का ही नजारा इनके घरों का था। माला विक्रेताओं के घरों पर मध्य रात्रि के समय इसके अलावा डाकघर से गांधी तिराहे तक, सोमनाथ, सैंथल तिराहा सहित जगह-जगह फुटपाथ पर फूल विक्रेता बैठकर बिक्री करेंगे।
दौसा में करीब 200 क्विंटल फूलों की माला तैयार की जा रही है। 20 से 100 रुपए तक माला के आकार व फूलों की क्वालिटी के अनुसार बिक्री की जाएगी। इसके अलावा अशोक के पत्तों की बांदरवाल भी तैयार की गई है। इनकी भी औसतन 20 से 50 रुपए में बिक्री होगी। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को सजाने के लिए फूल और फूलमालाओं की एडवांस बुकिंग भी की है।
सीताफल की भी मांग
लक्ष्मी पूजन में उपयोग लिए जाने वाले सीताफल की दौसा में जमकर बिक्री हो रही है। बीस से तीस रुपए जोड़े में फुटकर विक्रेता बिक्री कर रहे हैं। इसके अलावा गन्ने, सिंघाड़े, केले आदि भी लोग खरीद रहे हैं।आसपास के गांवों से आए फूल
फूल विक्रेता मायाराम सैनी ने बताया कि दौसा में जयपुर व आसपास के गांवों से हजारे के फूल आते हैं। 80 से 100 रुपए किलो के भाव में गेंदा के फूल तथा गुलाब 400 रुपए, नवरंग 80 से 100 और गुलदाउदी 400 रुपए प्रति किलो में सुबह मंडी में बिका है। उन्होने बताया कि अतिरिक्त श्रमिक लगाकर मालाएं तैयार का ऑर्डर पूरे किए जा रहे हैं। दिवाली को लेकर फूल विक्रेताओं में खासा उत्साह है।फूलमालाओं के दाम
फूलमाला भावगेंदा 20-30
नवरंग 50-70
गुलाब 60-80
गुलदाउदी 120-180