इसके अलावा चांदसेन, राजौली, चक राजौली, श्योनंदा की झूपडिय़ा व सालगरामपुरा चक 6 और चक नंबर 7 को भी लालसोट नगर परिषद में शामिल कर दिया गया है। विधायक रामबिलास मीना के प्रयासों से यह कदम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकार के 2024-25 के पहले पूर्ण बजट में की गई घोषणा का हिस्सा है।
इस प्रक्रिया के तहत लालसोट एसडीएम ने डिडवाना, चांदसेन,,राजौली, चक राजौली, श्योनंदा की झूपडिय़ा व राजौली ग्रामसालगरामपुरा चक 6 और चक नंबर 7 को नगर परिषद में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा था।
गौरतलब है कि डिडवाना ग्राम पंचायत को लालसोट नगर परिषद में जोडऩे का प्रस्ताव भेजे जाने पर काफी गहमा गहमी बनी थी। कस्बे में इसके पक्ष व विरोध में लोग सामने आए थे, जिसे लेकर ज्ञापन भी दिए। जिसके बाद डिडवाना को नगर परिषद में शामिल होने पर कयासबाजी का भी क्रम जारी था।
दौड़ी खुशी की लहर, आतिशबाजी की
लालसोट नगर परिषद की सीमाओं के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी होते ही डिडवाना कस्बे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। जगह जगह आतिशबाजी कर और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। नगर परिषद सभापति पिंकी चतुर्वेदी ने कहा कि नगर परिषद में जुडऩे वाले डिडवाना समेत अन्य गांव के लोगों को नगर परिषद की मूल भूत सुविधाओं से जोड़ेंगे और साफ सफाई, विकास को लेकर ग्रामीण क्षेत्र को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाएगी।
इसी तरह चांदसेन, राजौली, चक राजौली, श्योनंदा की झूपडिय़ा व सालगरामपुरा चक 6 और चक नंबर 7 गांवों के ग्रामीणों ने अधिसूचना जारी होते ही खुशी का इजहार किया।
विकास को मिलेगी गति
विधायक रामबिलास मीना ने पत्रिका को बताया कि डिडवाना संपूर्ण ग्राम पंचायत व चांदसेन, राजौली, चक राजौली, श्योनंदा की झूपडिय़ा व सालगरामपुरा चक 6 और चक नंबर 7 गांवों के नगर परिषद में शामिल होने से पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी, अब तक वंचित क्षेत्रों में ग्रामीणों को मूलभूत उपलब्ध होगी, नगरीय क्षेत्र में शामिल होने से आम जन को कई लाभ होंगें, इसी तरह का चहुंमुखी जारी रहेेगा।