अब तक 125 पॉजिटिव मिले
जिलेभर में इस वर्ष 125 जने तो डेंगू पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि 7 मरीज चिकनगुनिया व &4 मरीज स्क्रब टायफस के सामने आ चुके हैं। यहीं नहीं 7 मरीज स्वाइन फ्लू के भी सामने आ चुके हैं। इन बीमारियों को देखते हुए चिकित्सा विभाग ने इस वर्ष अब तक 84 हजार 836 जनों के ब्लड की स्लाइड ले ली है। वर्ष 2021 में 16 सितम्बर तक जिले में डेंगू के 76 केस थे, जबकि चिकनगुनिया के 35 व स्क्रब टायफस के 28 केस थे। ऐसे में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष इन बीमारियों का प्रकोप अधिक है।
जिलेभर में इस वर्ष 125 जने तो डेंगू पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि 7 मरीज चिकनगुनिया व &4 मरीज स्क्रब टायफस के सामने आ चुके हैं। यहीं नहीं 7 मरीज स्वाइन फ्लू के भी सामने आ चुके हैं। इन बीमारियों को देखते हुए चिकित्सा विभाग ने इस वर्ष अब तक 84 हजार 836 जनों के ब्लड की स्लाइड ले ली है। वर्ष 2021 में 16 सितम्बर तक जिले में डेंगू के 76 केस थे, जबकि चिकनगुनिया के 35 व स्क्रब टायफस के 28 केस थे। ऐसे में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष इन बीमारियों का प्रकोप अधिक है।
मलवास में फिर मिला डेंगू का मरीज
नांगल राजावतान. ग्राम पंचायत मलवास निवासी एक युवक डेंगू पॉजीटिव मिला है। इस पर चिकित्सा विभाग की टीम ने मरीज के घर जाकर लोगों के रक्त के नमूने लिए। स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. रामजीलाल मीना ने बताया कि युवक के कई दिन से बुखार था। ऐसे में उसने जयपुर एसएमएस अस्पताल में उपचार के दौरान जांच कराई थी। रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव आने की सूचना पर 50 घरों का सर्वे कर 35 लोगों को रक्त के नमूने लेने सहित अन्य लिए गए। फोङ्क्षगग करने के साथ पानी भराव की जगहों पर एमएलओ डाला गया। उक्त मरीज की बहन भी दस दिन पहले डेंगू पॉजीटिव मिली थी।
नांगल राजावतान. ग्राम पंचायत मलवास निवासी एक युवक डेंगू पॉजीटिव मिला है। इस पर चिकित्सा विभाग की टीम ने मरीज के घर जाकर लोगों के रक्त के नमूने लिए। स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. रामजीलाल मीना ने बताया कि युवक के कई दिन से बुखार था। ऐसे में उसने जयपुर एसएमएस अस्पताल में उपचार के दौरान जांच कराई थी। रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव आने की सूचना पर 50 घरों का सर्वे कर 35 लोगों को रक्त के नमूने लेने सहित अन्य लिए गए। फोङ्क्षगग करने के साथ पानी भराव की जगहों पर एमएलओ डाला गया। उक्त मरीज की बहन भी दस दिन पहले डेंगू पॉजीटिव मिली थी।
अधिकतर मरीज वायरल से पीडि़त हैं। इसमें हल्के बुखार, हाथ-पैरों में दर्द, कमजोरी महसूस करना, जुकाम-खांसी आदि लक्षण हैं। प्लेटलेट््स भी कम पाई जा रही है। मरीज को तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क कर उपचार लेना चाहिए। ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करें। खुले स्थान पर नहीं सोएं। साफ-सफाई रखें व मÓछरों से बचें।
डॉ. आरके मीना, फिजीशियन जिला अस्पताल दौसा
डॉ. आरके मीना, फिजीशियन जिला अस्पताल दौसा
रोकथाम के लिए एंटी लारवल एवं एंटी वैक्टर गतिविधियां जिलेभर में की जा रही है। पानी के ठहराव वाले स्थानों में एमएलओ, टेमिफोस तथा मÓछरों को मारने के लिए फोङ्क्षगग की गतिविधियां जारी है। इन बीमारियों के बचाव के लिए प्रचार- प्रसार भी किया जा रहा है। लोगों से कहा जाता है कि घरों व आस-पड़ोस में पानी एकत्र नहीं होने दें।
डॉ. दीपक शर्मा, डिप्टी सीएमएचओ दौसा
डॉ. दीपक शर्मा, डिप्टी सीएमएचओ दौसा