एक दिन पहले बिगड़ी तबीयत
पुलिस के अनुसार परिवार 12 जनवरी को मेहंदीपुर बालाजी आया और वहां की रामाकृष्णा आश्रम धर्मशाला में कमरा किराए पर लिया था। बताया जा रहा है कि 13 जनवरी सुबह सुरेंद्र और नीलम को पेट दर्द और उल्टियां होने की शिकायत हुई थी। जिस पर नितिन दोनों को लेकर चिकित्सालय पहुंचाया। इसके बाद ये वापस धर्मशाला आ गए।सूर्यास्त होने से नहीं हो सका पोस्टमार्टम
टोडाभीम थानाधिकारी देवेंद्र शर्मा ने बताया कि मृतकों के परिजन बुधवार देर शाम टोडाभीम अस्पताल पहुंचे। जहां सूर्यास्त होने के कारण शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। उसके बाद परिजन टोडाभीम पुलिस थाने पहुंचे।मृतक परिवार दो साल पहले भी आया था मेहंदीपुर बालाजी
मृतका कमलेश के भतीजे डॉ. सुशील उपाध्याय ने फोन पर बताया कि उनके फूफा सुरेंद्र और पूरे परिवार की मेहंदीपुर बालाजी में बड़ी आस्था थी। वे अक्सर वहां जाते थे। 2 साल पहले भी वे मेहंदीपुर आए थे। इस बार भी गए तो घर का ध्यान रखने की जिम्मेदारी मेरे पिता कैलाशचंद को देकर गए।जल्द लौटने की बात कही, लेकिन मिली मौत की सूचना
मंगलवार को सुबह करीब 7 बजे फूफा सुरेंद्र ने मेरे पिता कैलाशचंद को फोन किया था, जिसमें कहा कि हम जल्दी ही लौट आएंगे। आप घर का और गाय का ध्यान रखना, लेकिन शाम को पुलिस से चारों की मौत की सूचना मिली। नितिन के पिता सुरेंद्र एक कंपनी में ड्राइवर थे। वह उसी कंपनी में अच्छी पोस्ट पर कार्यरत था। दिसंबर में कंपनी की तरफ से वह अंडमान निकोबार घूमने गया था।मौत के कारण अभी स्पष्ट नहीं
घटना को लेकर पुलिस की ओर से जांच पडताल की जा रही है। मेहन्दीपुर बालाजी कस्बे में सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह आत्महत्या है या कोई अन्य कारण।-मुरारीलाल मीना, पुलिस उपाधीक्षक टोडाभीम