इस बीच लोगों की निगाहें पूर्वी राजस्थान में स्थित दौसा सीट पर है। इस सीट को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है। उनके पिता राजेश पायलट यहां से सांसद रहे चुके हैं। राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री और कद्दावर नेता डॉ किरोड़ी लाल मीण की भी दौसा पर अच्छी पकड़ है। हालांकि, दोनों ही पार्टियों ने इस सीट के लिए किसी भी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। पिछले दो आम चुनावों में भाजपा ने प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार कांग्रेस हर हाल में भाजपा की जीत की हैट्रिक को रोकना चाहेगी।
देश की सबसे पुरानी पार्टी सचिन पायलट के जरिए पूर्वी राजस्थान की इस सीट पर जीत जरूर दर्ज करना चाहेगी। दौसा से वर्तमान में भाजपा की जसकौर मीणा सांसद हैं। माना जा रहा है कि भाजपा इस बार जसकौर की जगह किरोड़ी लाल के भाई जगमोहन को टिकट दे सकती है। इधर, कांग्रेस सचिन पायलट के करीबी माने जाने वाले एमएलए मुरारी लाल मीणा को टिकट दे सकती है।
पायलट के भरोसे जीत दर्ज करना चाहती है कांग्रेस
दौसा सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है, इसलिए कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार पार्टी इस सीट से जीत जरूर दर्ज करेगी। 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बेहद कम मतों से जसकौर मीणा से हारी थी। लेकिन, इस बार माना जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच सीट पर रोचक मुकाबला हो सकता है।