बसवा रोड निवासी गोपाल बगीची पर स्टील वक्र्स व्यापारी अशोक कुमार सैनी ने बताया कि गत दो माह से लॉकडाउन के चलते कारखाना पूरी तरह बंद रहा। अब स्थानीय कारीगर बुलाकर कूलर, दरवाजे एवं आलमारी बनाने का काम शुरू किया है, लेकिन बाजार में मांग बहुत कम है। हालांकि गर्मी में कूलर जरूर बिक रहे हैं। अब धीरे-धीरे कारोबार को गति देने के लिए प्रयासरत हैं।
व्यापारी कैलाशचंद अग्रवाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते काम करने वाले लोगों ने आने से इनकार कर दिया। इससे काफी दिन ठाले बैठे रहे। अब प्रशासन की ओर से उद्योग धंधों को शुरू करने के राहत दी है तो मजदूर बुलाकर ऑयल मील को चालू किया है। इसमें सोशल डिस्टेंस व लॉकडाउन की पूरी तरह पालना करते हुए व्यवसाय कर रहे हैं। हालांकि अब पशुपालक मवेशियों के लिए खल लेने आने लगे हैं। वहीं तेल की भी बिक्री कुछ बढ़ी है, लेकिन फिलहाल स्थानीय स्तर पर ही लोग आकर खरीदकर ले जा रहे हैं। अन्य जगहों पर सप्लाई किया जाना मुश्किल है।
सिकंदरा रोड निवासी इलेक्ट्रिक व्यापारी लोकेश शर्मा का कहना है कि वे व्यवसाय को गति देने के लिए प्रयासरत हैं। कूलर व एसी की गर्मी में मांग है। वहीं कारीगर भी काम करने आने लगे हैं। जो कि शिकायत पर मरम्मत करने के लिए जाने लगे हैं, लेकिन फिलहाल कुंछी मंदी है। (प.सं.)