मंडल रेल प्रबंधक विकास पुरवार ने बताया कि पुनर्विकसित बांदीकुई रेलवे स्टेशन पर नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं तथा मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगे। डीआरएम ने बताया कि बांदीकुई रेलवे स्टेशन पर स्टेशन बिल्डिंग निर्माण का कार्य किया जा रहा है। साथ ही स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया की सड़क बनाने का काम पूरा हो गया है व स्टेशन पर पार्किंग क्षेत्र बनाने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।
33% महिलाओं को जोधपुर की सड़कों पर चलने से लगता है डर
रेलवे स्टेशन पर किए जाने वाले कार्य
-स्थानीय कला और संस्कृति के अनुभव के साथ प्रवेश और निकास द्वार, सौंदर्यपूर्ण, चौड़ा और अच्छी रोशनी वाला प्रवेश द्वार बरामदा, बेहतर सर्कुलेटिंग एरिया, चौड़ी सड़कों के साथ सुगम पहुंच, पैदल यात्रियों एवं वाहनों के लिए मार्ग की व्यवस्था, बरामदे के साथ ड्रॉप और पिकअप की सुविधा।
-दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा।
-स्टेशन पर जल निकासी व्यवस्था में सुधार, एकीकृत यात्री सूचना प्रणाली में सुधार।
-ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड का विस्तार व कोच इंडिकेशन डिस्प्ले सुविधा, प्रमुख स्थानों पर सूचना प्रदर्शन एवं जीपीएस घड़ियां।
– स्टेशन पर प्रकाश व्यवस्था में सुधार, रोशनी के स्तर में सुधार, स्टेशन भवन की ऊर्जा दक्षता में सुधार, कम ऊर्जा वाली एलईडी रोशनी।
-स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए बुकिंग कार्यालय में सुधार, टिकट वेंडिंग मशीन, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, उच्च स्तरीय पूर्ण लंबाई प्लेटफार्म, उचित बैठने की सुविधा के साथ प्लेटफार्म शेल्टर, शीतल एवं सामान्य पेयजल बूथ, फूड प्लाजा की सुविधा आदि।
-स्टेशन पर बेहतर साइनेज व स्टेशन के नाम बोर्ड के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले साइनेज, नेविगेशन-साइनेज के माध्यम से आसान नेविगेशन के माध्यम से यात्री अनुभव को बढ़ाना।
किसान आंदोलन पर नया अपडेट, राजस्थान के इन जिलों में लगाई गई धारा 144, वजह जानें
– स्टेशन पर दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं में सुधार, प्रवेश रैंप, आरक्षित पार्किंग, कम ऊंचाई वाले काउंटर, दिव्यांग अनुकूल शौचालय, सहायता बूथ, रैंप के साथ प्लेटफार्म की पहुंच, स्पर्श मार्ग का दिग्दर्शन, कम ऊंचाई वाला वाटर बूथ, एफओबी रैंप और लिफ्ट की सुविधा। ब्रेल लिपि में साइनेज, उद्घोषणा प्रणाली, यात्री केंद्रित दृष्टिकोण को प्राथमिकता के साथ मौजूदा स्टेशन भवन का नवीनीकरण और स्थानांतरण।
– शहर के दोनों छोरों को जोड़ने के लिए एंड टू एंड थ्रू एप्रोच के लिए 12 मीटर चौड़े एफओबी का प्रावधान, यात्रियों के लिए लिफ्ट (2) का प्रावधान।
– स्टेशन पर यात्री सुरक्षा बढ़ाना, यात्रियों को आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रवेश और निकास दोनों पर सहायता बूथ, पूरे स्टेशन पर निगरानी सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा सीसीटीवी कैमरों को अपग्रेड करना।
– पूरे स्टेशन परिसर में यात्रियों को महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में संबोधित करने के लिए पीए प्रणाली की पहुंच बढ़ाना।
– स्टेशन पर कम पानी खपत करने वाली प्रजातियां के पेड़-पौधे लगाना व मौजूदा पेड़ों के केप को बरकरार रखना, स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए परिदृश्य में देशी प्रजातियों का रोपण, परिसर के भीतर हरित क्षेत्र और लैंडस्केपिंग, हरित स्थानों का विकास।
-स्टेशन और परिसर के भीतर खुले स्थानों में एकीकृत कला, चांद बावड़ी डिजाइन में बावड़ी के मेहराबों और छायाचित्रों का उपयोग करना।
– स्थानीय कला और संस्कृति को एकीकृत करना, मिट्टी के भित्ति चित्र, पेंटिंग जैसी स्थानीय कला और शिल्प को एकीकृत करना और स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा देना, स्थानीय संस्कृति और विरासत से प्रेरित भवन के अग्रभाग का पुनर्विकास, यात्रियों को क्षेत्र की संस्कृति के बारे में सूचित करने के लिए उपदेशात्मक तत्वों के रूप में साइनेज और सूचना बोर्ड।