एएसआई हंसराम ने बताया कि बुधवार रात्रि रामगढ़ पचवारा उप जिला हॉस्पिटल से सूचना मिली थी कि सुनीता (18) पुत्री रामस्वरूप मीना निवासी बासड़ा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस पर पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया।
पुलिस के अनुसार युवती के भाई अंकित कुमार मीना ने प्राथमिकी देकर बताया कि बुधवार रात उसकी बहन कमरे में सोने गई थी। घरवाले दूसरे कमरे में सो रहे थे। रात को 12 बजे लाइट जाने पर मां कमरे में गई तो वहां सुनीता पंखे पर बनाए फंदे पर लटकी हुई मिली।
इसके बाद फंदे से नीचे उतारा और रामगढ़ पचवारा अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि प्रकरण को मर्ग में दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
मृतका के भाई ने बताया कि वह और उसकी बहन दोनो यूपी के प्रयागराज से बीएसटीसी कर रहे हैं। इस माह 4 जून को वे परीक्षा देने गए थे एवं 19 जून को वापस लौटे। परीक्षा के दौरान कुल 6 पेपर लगे थे, वहां से आने के दौरान ट्रेन में उसकी बहन सुनीता बोल रही थी कि उसके पेपर सही नहीं हुए हैं।
अंकित ने बताया कि परीक्षा के बाद से ही बहन डिप्रेशन में थी। युवती का कहना था कि घर वालों ने उस पर काफी पैसा खर्च कर दिया है, उसके बाद भी पेपर सही नहीं हुए हैं। पिता रामस्वरूप मीना गुजरात में किसी कंपनी में कॉन्ट्रैक्टर है, वे दो दिन पहले ही वहां गए थे। सुनीता के एक बड़ा भाई और बहन है।