एसपी अमन सिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रसिद्ध सोनागिर मंदिर की चर्चित लूट डकैती का पर्दाफाश किया गया है। आरोपी अपने पिता के साथ मंदिर में साफ सफाई का काम करता था। आरोपी के रोज शराब पीकर मंदिर में आने जाने से लोगों को परेशानी होती थी। इसके चलते मंदिर के लोगों ने आरोपी को वहां से भगा दिया था। बताया जा रहा है कि, मंदिर से मिलने वाले वेतन से ही उसका गुजारा चलता था। ऐसे में आरोपी ने बदले की भावना से अपने साथियों के साथ मिलकर मंदिर की दान पेटी तोड़कर दान पात्र में रखे लाखों रुपए लूट लिए थे।
इस तरह बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम
आपको बता दें कि, वारदात को अंजाम देने के लिए लूटेरे अपने एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ मंदिर के पीछे वाले गेट का ताला तोड़कर मंदिर में घुसे थे। मंदिर में लगे गार्डों पर कट्टे की नोक पर पूरी डकैती की घटना को उन्होंने अंजाम दिया था। मंदिर के गार्डों ने जब इसका विरोध किया तो बदमाशों ने दो गार्डों के साथ बेरहमी से पिटाई भी की थी।
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सेवनी ग्राम के जंगल से पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
घटना के बाद पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाने के लिए मुखबिर तंत्र को सक्रीय किया और उसी से मिली सूचना के आदार पर डकैती के मास्टर माइंड आरोपी सुनील कुशवाह और लल्ला परिहार को गिरफ्तार कर लिया। सेवनी ग्राम के जंगल से आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने दान पात्र में से गई राशि के साथ साथ अवैध हथियार भी जब्त किये हैं।
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