दरअसल, माध्यमिक स्कूल के शिक्षक राकेश शिवहरे कई दिनों से निलंबित चल रहे थे। उनकी बहाली की फाइल तैयार करने के लिए निर्वाचन पर्यवेक्षक आलोक खरे द्वारा 30 हजार रुपए मांगे गए थे। शिक्षक ने पहले ही 5 हजार एडवांस दे दिए थे।
25 हजार की रिश्वत लेते रंगे धराया बाबू
शुक्रवार को 25 हजार रुपए देने के लिए राजेश न्यू कलेक्ट्रेट में पहुंचे। जैसे ही बाबू अलोक खरे को 25 हजार की रिश्वत दी। उसके तुरंत बाद ही ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ा लिया। आगे की कार्रवाई की जा रही है।