जिले में इस महीने में यह दूसरा मौका है जब सिंध नदी (sindh river) उफान पर है। जबकि पहूज नदी में पहली बार बहाव तेज हुआ है। भांडेर क्षेत्र में बरसात के बाद पहूज नदी उफान पर आई है। पहूज नदी का जलस्तर बढऩे के बाद ग्राम चंदार, पांडोरी, ताड़ौल, बकवा, खड़ऊआ, भरोसा के ग्रामीणों को तहसील मुख्यालय से संपर्क कट गया है। वर्तमान में शाहपुर रोड पर पहूज नदी के ऊपर से बने रपटे के करीब एक फीट ऊपर से नदी बह रही है। नगर निरीक्षक शशिकुमार ने बताया कि ऐहतियात के तौर पर रपटे पर पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि ग्रामीण रपटा पार कर अपनी जान जोखिम में न डालें।
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राजघाट व मड़ीखेड़ा से आया पानी
जिले में मडीखेड़ा डैम से 5.5 हजार क्यूमेक पानी सिंध नदी में छोड़ा गया है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री चैतन्य चौहान ने बताया कि पानी छोडऩे के कारण नदी किनारे बसे गांवों को पानी स्पर्श कर सकता है। इसी प्रकार राजघाट बांध से 21 अगस्त को 3.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण बसई क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्क किया गया है।
ग्रामीणों को दी समझाइश
सिंध नदी का जलस्तर बढऩे के बाद सोमवार को प्रशासन एवं जल संसाधन विभाग की टीम ने ग्राम कुलैथ व कोटरा सहित अन्य गांवों में पहुंच कर ग्रामीणों को समझाइश दी। अधिकारी – कर्मचारियों ने ग्रामीणों को समझाया कि वह नदी में जाने से बचें और नदी के आसपास अपने जानवर भी न जाने दें।
यूपी से संपर्क कटा
भांडेर में शाहपुर रपटे के ओवरफ्लो होने से मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश का आपस में संपर्क कट गया है। उल्लेखनीय है कि शाहपुर रोड से उत्तरप्रदेश के मोंठ व कानपुर के लिए रास्ता जाता है। इस रपटे पर फिलहाल आवागमन बंद है। आवागमन बंद होने से भांडेर के लोग उत्तरप्रदेश की सीमा में स्थित पैट्रोल एवं डीजल पंपों पर पैट्रोल – डीजल लेने नहीं जा पा रहे हैं।
सेंवढ़ा का फिर संपर्क कटा
सेंवढ़ा में सिंध नदी का जलस्तर बढऩे से एक बार फिर सेंवढ़ा के लोगों का भिंड और ग्वालियर के लोगों से सीधा संपर्क खत्म हो गया है। सिंध नदी का जलस्तर बढ़ जाने से छोटा पुल डूबने के साथ नदी के आसपास बने मंदिर भी जलमग्न हो गए हैं।
अब तक 378.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज
अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय दतिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 1 जून 2022 से 22 अगस्त 2022 तक जिले में कुल 378.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिसमें दतिया में 455 मि.मी., सेंवढ़ा में 366 मि.मी., भांडेर में 384 मि.मी. और इंदरगढ़ केन्द्र में 309 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इस अवधि में जिले में कुल 466.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिसमें दतिया में 569 मि.मी., सेवढ़ा में 470 मि.मी. और भाण्ड़ेर में 361 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। 22 अगस्त 2022 को जिले में कुल 17.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिसमें दतिया में 28 मि.मी., सेंवढ़ा में 5 मि.मी., भांडेर में 32 मि.मी. और इंदरगढ़ में 4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले की औसत सामान्य वर्षा 870.8 मि.मी. है।