इन भवनों के निर्माण का कार्य कंपनी तेजी से कर रही है। थर्ड लाइन डाले जाने से ट्रेनों की रफ्तार बढेगी लेकिन इससे पहले करोड़ों की लागत से बने दतिया, सोनागिर, कोटरा, डबरा समेत उन स्टेशनों पर बने सारे दफ्तर तोड़े जाएंगे जो कि अप ट्रेक पर बने हैं। । वजह है कि 18 मीटर में तो ट्रेक ही बनाए जाएंगे। इसके बाद शुरू होगा भवनों का निर्माण। प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ बने सारी इमारतें टूटेंगीं और दूसरे स्थान पर पीछे की ओर बनेंगीं। थर्ड लाइन का काम रेल विकास निगम करा रहा है।
मिलेगी लोगों को राहत
रेल विकास निगम के सूत्रों के मुताबिक तीसरी लाइन डाले जाने से न केवल गाडिय़ों के संचालन में बाधा कम होगी बल्कि उनकी रफ्तार भी बढ़ेगी। इस काम की शुरूआत करीब दो साल पहले हुई थी। अगले चार साल में लाइन का काम पूरा होने से यात्रियों को राहत मिलेगी।
ढाई हजार करोड़ की है योजना
झांसी से मथुरा के बीच ट्रेनों की रफ्तार बढाने के लिए रेलवे ने जो कार्ययोजना बनाई है। उसके तहत रेल विकास निगम लिमिटेड ने सभी स्टेशनों पर निर्माण व जमीनों का नक्शा बनाकर उच्चाधिकारियों को दे दिया है। हालांकि रेलवे स्टेशनों के आउटर पर तीसरी लाइन डाले जाने का काम तेजी से चल रहा है। लेकिन अभी स्टेशनों के अंदर काम शुरू इसलिए नहीं किया जा सका है कि इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
प्लेटफार्म नंंबर पर दो पर होंगे भवन ?
रेल विकास निगम की इच्छा तो है कि रेलवे स्टेशन पर जितने भी दफ्तर हैं। उन्हें प्लेटफॉर्म नंबर दो पर शिफ्ट किए जाएं पर दतिया स्टेशन पर पहले से ही तमाम गोदाम बने हुए हैं। लिहाजा दफ्तरों के लिए जगह कम पड़ रही है। इस पर विचार किया जा रहा है अगर इंजीनियरिंग विभाग के उच्चाधिकारी हरी झंडी देते हैं तो सारे दफ्तर प्लेटफार्म नंबर दो की ओर ही शिफ्ट हो जाएंगे। डबरा व सोनागिर स्टेशन की इमारतों को भी प्लेटफार्म नंबर दो की ओर शिफ्ट करने पर मंथन चल रहा है।
बनाए जाएंगे दफ्तर
आरवीएनएल ने रेलवे को नक्शा बनाकर दिया है। इसमें दतिया, सोनागिर व अप ट्रेक पर ट्रेक के पास बने अन्य स्टेशनों के दफ्तर तोडकऱ नए दफ्तर बनाए जाएंगे।दो साल में नए भवन की इमारत बनकर तैयार होंगे।
मनोज कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, झांसी रेल मंडल