पटना,दरभंगा: बिहार चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले केंद्र और बिहार की एनडीए नेतृत्व की डबल इंजन सरकार उपलब्धियां गिनाने का रिकॉर्ड बनाना चाहती हैं। इस क्रम में केंद्र सरकार लोकसभा चुनावों में किए गए वादों को हर हाल में पूरा कर लेना चाहती है। वर्चुअल माध्यमों से प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटनों का जारी सिलसिला उसी का हिस्सा है। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार को तीसरी बार चुनावी सौगात दी। ये शहरी विकास से जुड़ी 545 करोड़ की सात परियोजनाएं हैं। विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले पीएम मोदी के छह कार्यक्रमों में यह तीसरा कार्यक्रम था। आगे 18, 21 और 23 सितंबर को भी उद्घाटन व शिलान्यास के कार्यक्रम निर्धारित हैं। चुनाव की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री की दो दर्जन से अधिक वर्चुअल चुनावी रैलियां भी संभावित हैं।
बिहार की पहचान को नया आयाम
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि छठी मइया के आशीर्वाद से गंदगी से मुक्ति के अभियान में सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कोरोना संकट को लेकर एहतियात बरतने को भी जरूरी बताया। इंजीनियर्स डे पर उन्होंने कहा कि बिहार देश के विकास को नई ऊंचाई देने में लगे लाखों इंजीनियर देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को 545 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का वर्चुअल माध्यम से मंगलवार को उद्घाटन व शिलान्यास कर तोहफा दिया। इनमें दो परियोजनाओं का 2014 में प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया था।
देश के विकास को ऊंचाई देने वाले लाखों इंजीनियर देता बिहार
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज विशेष दिवस पर उद्घाटन व शिलान्यास समारोह का आयोजन हो रहा है। आज हम देश के महान इंजीनियर एम विश्वेश्वरैया की जयंती इंजीनियर्स डे के रूप में मना रहे हैं। चाहे काम को लेकर समर्पण हो, या बारीक नजर, भारतीय इंजीनियरों की दुनिया में एक अलग ही पहचान है। हमें गर्व है कि हमारे इंजीनियर देश के विकास को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने आज के दिन सभी इंजीनियरों को और उनके काम को आदरपूर्वक नमन किया। खास कर बिहार के इंजीनियरों के विशेष तौर पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि लाखों इंजीनियर देश के विकास को नई ऊंचाई देने में लगे हैं, लेकिन बिहार तो देश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले लाखों इंजीनियर देता है।
बिहार की धरती आविष्कार और इनोवेशन की पर्याय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा बिहार तो देश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले लाखों इंजीनियर देता है। बिहार की धरती तो आविष्कार और इनोवेशन की पर्याय रही है। बिहार के कितने ही बेटे हर साल देश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग संस्थानों में पहुंचते हैं। यही नहीं, अपनी चमक बिखेरते रहे हैं।
घोटालों के लिए जिम्मेदार आरजेडी व कांग्रेस
उन्होंने इस दौरान आधारभूत संरचनाओं के विकास की अनदेखी के लिए राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए घोटालों के लिए जिम्मेदार ठहराया। कहा कि देश के प्रमुख शहर गंगा किनारे ही बसे हैं। ऐसे में गंगा किनारे शहरों के विकास के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। इसके अलावा गंगा किनारे के गांवों को गंगा ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है।
पर्यटन स्थल बनेंगे मुजफ्फरपुर के अखाड़ा व सीढ़ी घाट
विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 2014 के बाद ग्राम पंचायताओं और स्थानीय निकायों को विकास की जिम्मेदारी दी गई है। नमामि गंगे मिशन के तहत नदी तट विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर के अखाड़ा घाट, सीढ़ी घाट और चंदवारा घाट पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा।
सीएम नीतीश कुमार के प्रयास से हुए काफी काम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि पटना में नीतीश कुमार के प्रयास से काफी काम हुआ है। यही नहीं, प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के प्रयासों से शहरी और ग्रामीण इलाकों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए काम जारी है।
राज्यपाल रहे शामिल, सीएम नीतीश ने भी किया संबोधित
इससे पूर्व कार्यक्रम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संबोधित किया। बिहार में नमामि गंगे के तहत 6054 करोड़ रुपए की परियोजनाएं प्रस्तावित है। कार्यक्रम का संचालन नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने किया।
उद्घाटन-शिलान्यास कार्यक्रमों में ये रहे मौजूद
राजधानी पटना में 152 करोड़ रुपए से तैयार पटना के बेउर और कर्मलीचक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री व दीघा विधायक डॉ. संजीव चौरसिया और बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन उपस्थित थे। वहीं, करमलीचक प्लांट के उद्घाटन कार्यक्रम में पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, कुम्हरार के विधायक अरुण सिन्हा और प्रदेश भाजपा मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर में 11 करोड़ रुपए के रिवर फ्रंट डिवलपमेंट शिलान्यास समारोह में नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा, लोकसभा सदस्य अजय निषाद, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक बेबी कुमारी, प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार और उपाध्यक्ष राजेश वर्मा उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने 323 करोड़ रुपए की लागत से तैयार पेयजल की आपूर्ति की तीन योजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें 41 करोड़ की सिवान जलापूर्ति योजना के उद्घाटन में प्रदेश बीजेपी के महामंत्री जनक राम व उपाध्यक्ष ओम प्रकाश यादव उपस्थित रहे। 32 करोड़ की बक्सर जलापूर्ति योजना के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे और बीजेपी के संगठन मंत्री अभय गिरी विशिष्ट मौजूद थे। 52 करोड़ रुपए की लागत से छपरा में जलापूर्ति योजना के शुभारंभ के मौके पर लोकसभा सदस्य राजीव प्रताप रूढ़ी और पूर्व विधायक विनय सिंह उपस्थित थे। मुंगेर जिले में 268 करोड़ की तीन परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें 198 करोड़ की मुंगेर जलापूर्ति और 59 करोड़ रुपए की जमालपुर जलापूर्ति योजना के शिलान्यास में बीजेपी के प्रदेश महामंत्री सुशील चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी की ओर से मौजूद थे।
बिहार के लिए मोदी सरकार ने खोला खजाना
गाैरतलब हो कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए सरकार का खजाना खोल दिया है। इसके तहत मंगलवार को उन्होंने 152 करोड़ रुपए की लागत से तैयार पटना के बेउर व कर्मलीचक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री 323 करोड़ की लागत से निर्मित पेयजल आपूर्ति की तीन योजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें सीवान, छपरा व बक्सर की जलापूर्ति योजनाएं शामिल रहीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री 268 करोड़ की मुंगेर जलापूर्ति और 59 करोड़ रुपए की जमालपुर जलापूर्ति योजनाओं का शिलान्यास भी किया। उन्होंने 11 करोड़ की लागत से मुजफ्फरपुर में बनने वाले रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का भी शिलान्यास किया। सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में वे बिहार को रेलवे और हाईवे प्रोजेक्ट की सौगातें भी देंगे।
चुनाव में पीएम मोदी की दो दर्जन से अधिक रैलियां संभावित
प्रधानमंत्री हाल के दिनों में बिहार में शिलान्यास व उद्घाटन कार्यक्रमों में करीब 12 सौ करोड़ के विकास कार्यों के तोहफे दे चुके हैं। आगे के चार कार्यक्रमों में भी वे 15 हजार करोड़ से अधिक के तोहफे देने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के ये कार्यक्रम उद्घाटन व शिलान्यास के सरकारी कार्यक्रम हैं। हालांकि, इन्हें चुनावी नजर से देखा जा रहा है। बीते विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताबड़तोड़ 30 रैलियां की थीं। बताया जा रहा है कि इस बार भी चुनाव की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी उनकी रैलियां करवाने की तैयारी में है। उनकी ऐसी दो दर्जन से अधिक वर्चुअल रैलियां हो सकतीं हैं। प्रधानमंत्री के बिहार पर विशेष मेहरबान होने से विपक्ष की बोलती बंद होती नज़र आ रही है। चुनावों में विपक्ष सरकार पर काम न करने के तोहमत लगा पाए ,ऐसा शायद ही कोई मौका भाजपा उसे देना चाहती है। इससे साफ हो गया है कि चुनाव मैदान में उतरकर एनडीए बिहार विकास के कैनवास पर रंग भरने की गाथाएं लिखेगा और इसी से बाजी झटक लेने की भरपूर कोशिश करने जा रहा है।