जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा के कोरकोटी गांव का यह मामला है। यहां पर निर्माण में लगे लोगों ने बांस , महुआ, चार जैसे कीमती पेड़ को उखाड़ फेंक दिया। मुरम निकालने के लिए ठेकेदार व खननकर्ताओं द्वारा जंगल से सटाकर अवैध खनन लगातार किया जा रहा है। एक ओर तो जिला प्रशासन व वन विभाग जिला में हरियाली को एक बढ़ावा देने के लिए ग्रीन इंडिया प्रोजेक्ट चला रही है। तो दूसरी और सड़कों के निर्माण के लिए ठेकेदारों द्वारा वन विभाग की जमीन पर खुदाई कर पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है।
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कोरकोटी के ग्रामीण क्षेत्रों पुतराम पारा तक बनाई जा रहीं सड़क के निर्माण में मुरम का उपयोग किया जा रहा है। जो मुख्य मार्ग से कुछ अंदर राजस्व व वन विभाग की जमीन से निकाली जा रही है। करीब 7 से 10 फीट तक खुदाई की जा चुकी है और इतने ही ऊंचे मिट्टी के टीलों पेड़ खड़े हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरकोटी से पुतराम पारा तक सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार ने यहां खनन किया था और वर्तमान में भी खनन जारी है। सड़क निर्माण के लिए पेड़ों के किनारे इस प्रकार मुरम खोद ली गई हैं कि पेड़ अब मिट्टी के टीलों के सहारे ही खड़े हैं। जिस जगह पर खनन हो रहा है वह वन विभाग की है, राजस्व की जमीन नहीं है। पूरी निगरानी की जा रही है निरीक्षण करने बीट गार्ड को भेजा गया है। फिलहाल पहाड़ खोदने के लिए ठेकेदार को कोई आदेश नहीं दिया गया है। जहां खनन हो रहा है वहां पर भी बड़ी संख्या में पेड़ हैं। वन विभाग की जमीन खनन न हो इसकी पूरी निगरानी हम कर रहे हैं। चक्रवर्ती वर्मा, रेंजर गीदम