प्रार्थी ने बताया कि मैंने डॉक्टर वेणु गोपाल को बताया कि गाड़ियों की किस्त पूरा करने के लिए मैं सोना गिरवी रखकर गाड़ी का किस्त अदा कर रहा हूं। इतनी अधिक राशि मेरे पास अभी नहीं है मैं पैसे कहां से दूंगा, उसके बाद 20 हजार रुपए में रिश्वत की राशि का सौदा तय हुआ। प्रार्थी सुनील ने बताया कि वह राशि निकालने के एवज में रिश्वत नहीं देना चाहता था, इस कारण एसीबी से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी। एसीबी ने शिकायत सही पाए जाने पर ट्रेप लगाकर कर डॉ वेणु गोपाल राव को पकड़ा।
एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारी ने बताया कि धारा सात भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है । इस पूरे मामले से पूरे जिले में खलबली मच गई है। मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय बसाक ने बताया कि यह पूरा मामला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का है मुझे ज्यादा कुछ नहीं मालूम। एंटी करप्शन की टीम आई हुई है वह अपना कार्य कर रही है।