CG News: नक्सलियों का खूनी खेल! बड़ी मुठभेड़ के बाद पसरा सन्नाटा, तस्वीरें देख दहल जाएगा दिल
CG News: अबूझमाड़ में हुई मुठभेड़ के बाद वहां 10 किमी के दायरे में खून और गोलियों के निशान पड़े हुए हैं। वहां नक्सलियों का जो भी सामान था फोर्स ने उसे जला दिया।
CG News: अबूझमाड़ में हुई छत्तीसगढ की सबसे बड़ी मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की इतनी बड़ी संख्या नक्सल संगठन को चौंका रही है। इस मुठभेड़ में बड़े नक्सली नेता समेत 31 मारे गए हैं।
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CG News: बता दें कि नक्सली समझ ही नहीं सके कि दंतेवाड़ा की फोर्स हांदावाड़ा की ओर से तीन पहाड़ियों को पार कर उनको घेर लेगी। 10 किमी के दायरे में ये मुठभेड़ हुई है।
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CG News: वैसे नारायणपुर की फोर्स ने तो सिर्फ बैकअप दिया था। जवानों ने एसकेजेडसी इंचार्ज नीति जैसी थिंक टैंक को मार दिया। ये संगठन को हजम ही नहीं हो रहा है। इस मुठभेड़ के बाद माड़ के आधा दर्जन से अधिक गांव में सन्नाटा पसरा है।
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CG News: कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं। नक्सलियों के सूचना तंत्र को कुचलना ही जवानों की सबसे बड़ी जीत थी। लगातार नक्सलियों के सुरक्षित स्थान में हो रही मुठभेड़ पर मंथन करने की सभी नक्सल नेता गबाड़ी की पहाडिय़ों में जुटे हुए थे। इस बात की भनक पुलिस के सूचना तंत्र को लगी चुकी थी।
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CG News: इस सूचना के आधार पर नारायणपुर और दंतेवाड़ा से ज्वाइंट ऑपरेशन लॉंच किया गया था। इस ऑपरेशन को जवानों ने अमावस की रात में इसलिए लांच किया था ताकि गांव के लोगों को पता ही नहीं चले। गांव वालों की नजरों से खुद को बचाकर हांदावाड़ा की ओर से तीन पहाडिय़ों को पार कर मोर्चा संभाला गया था।
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CG News: नक्सलियों के बनाए तगड़े प्लान से भी जवानों के बिछाए जाल में कंपनी नंबर छह और प्लाटून नंबर 6 के 80 प्रतिशत लड़ाके फंस गए और मारे गए। जिस थुलथुली को मुठभेड़ की मुख्य जगह बताया जा रहा रहा है। वहां से दूर गबाड़ी के जंगलों में मुख्य भिड़त हुई है।
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CG News: इस जंगल में चार जगह मुठभेड़ के निशान मौजूद हैं। यहां दागे गए बीजीएल की गोलियों के निशान पेड़ों पर हैं। दैनिक उपयोग की सामग्री को जलाया गया है। यहां अधिकांश सामग्री महिलाओं से जुडी मिली है। एक डायरी अधजली पड़ी हुई थी, इसमें महिलाओं के सामानों का जिक्र था।