मिली जानकारी के अनुसार लौंहडीगुड़ा क्षेत्र के मजदूरों द्वारा इन सेमर
पेड़ों की कटाई की गई है। कटाई के लिए पेड़ों की पहले से मार्किंग की गई थी। मजदूरों ने बताया कि इन चिन्हित पेड़ों को भी काटने का काम किया जाएगा, और इसके लिए किसी प्रकार की प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई है।
वन संपदा को हो सकता है गंभीर नुकसान
आपको बता दें कि इन सेमर पेड़ों की लकड़ी का उपयोग प्लाईवुड बनाने में किया जाता है। दंतेवाड़ा जिले के जंगलों में सेमर के पेड़ों की बड़ी संख्या है, और ऐसे में इन पेड़ों पर प्लाईवुड निर्माता और व्यापारियों की नजर बनी हुई है, जो वन माफियाओं के साथ मिलकर अवैध कटाई कर सकते हैं। अगर यह अवैध गतिविधियां को नहीं रोकी जातीं, तो जिले के पर्यावरण और वन संपदा को गंभीर नुकसान हो सकता है।
की जाएगी उचित कार्रवाई
CG News: एसडीएम, विवेक चंद्रा ने बताया कि किसी भी प्रकार की अनुमति इन पेड़ों को काटने के लिए नहीं दी गई है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि पेड़ क्यों और किसके द्वारा काटे जा रहे हैं, और इसके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में गीदम
तहसीलदार को मौके पर जाकर निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
नहीं दी गई है परमिशन
रेंजर, गयादिन वर्मा ने जानकारी दी कि इन पेड़ों की कटाई के लिए किसी भी तरह की परमिशन नहीं दी गई है, और यदि बिना अनुमति के पेड़ों की कटाई की जा रही है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।