CG News: आदिवासियों की आजीविका और अस्तित्व पर संकट
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर भारत के संविधान में पांचवीं अनुसूची के तहत संरक्षित क्षेत्र है, लेकिन आज भी आदिवासियों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद भी आदिवासियों को उनका हक नहीं मिला। बाहरी लोगों ने यहां के संसाधनों और संस्कृति पर कब्जा कर लिया है, जिससे आदिवासियों की आजीविका और अस्तित्व पर संकट आ खड़ा हुआ है। यह भी पढ़ें: CG Naxal News: ऑपरेशन अबूझमाड़ में जवानों ने किया था रेड रिबन रणनीति का इस्तेमाल, ढेर हुए 31 नक्सली कुंजाम ने यह भी कहा कि बाहरी लोगों को बस्तर से हटाना और इसे आदिवासियों के लिए सुरक्षित बनाना अत्यंत आवश्यक है। (Chhattisgarh News) रामा सोढ़ी ने बस्तरिया राज मोर्चा के महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि यह संगठन आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए गठित किया गया है।