सूत्रों के अनुसार, यह हमला पंचायत चुनाव से पहले नक्सलियों द्वारा अपनी ताकत दिखाने और लोगों के बीच डर का माहौल बनाने के उद्देश्य से किया गया है। इससे पहले भी अबूझमाड़ क्षेत्र के पावेल हितामेटा और हर्राकोडेर में नक्सलियों ने हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था, जिससे स्थानीय लोग खासे परेशान हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, ’’अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों की स्थिति कमजोर हो चुकी है, वे बैक फुट पर हैं और पंचायत चुनाव के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि, नक्सलियों के द्वारा इस प्रकार की हरकतें बौखलाहट का परिणाम हैं।
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