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जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के साल्हेटिकरी जिला बालाघाट निवासी रूपलाल पिता कुरूप व चोवाराम पिता भगत, धनसिंग पिता सिलदार छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के जामगांव, साल्हेवारा निवासी अपने रिश्तेदारों के साथ बोलेरो वाहन क्रमांक सीजी-09 0709 में सवार होकर तेलंगाना के खम्मम जिले में राजमिस्त्री व मजदूरी कार्य के लिए निकले थे। वाहन में कुल 12 लोग सवार थे। शॉर्टकट रास्ता होने की वजह से नारायणपुर से बारसूर होते हुए दंतेवाड़ा के रास्ते तेलंगाना जाने का निर्णय लिया।यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में स्कूल खुलते ही कई बच्चों को कोरोना, 24 घंटे में राजधानी सहित 142 केस मिले
इसी दौरान निर्माणाधीन पल्ली-बारसूर मार्ग पर स्थित बोदली कैम्प पार करने के बाद करीब 2 किमी आगे आते ही वाहन सड़क पर लगी आईईडी की चपेट में आकर हवा में उछल गया। जोरदार धमाके से वाहन का दाहिना हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में धनसिंग के दोनों पैर टूट गए। हॉस्पिटल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। वहीं कुरूप लाल मनेश्वर निवासी भगतवाही बालाघाट के दाहिने पैर की हड्डी फ्रैक्चर हो गई है। 10 अन्य घायलों में से सुरेश पटेल निवासी जामगांव राजनांदगांव, उसकी पत्नी दुर्गा पटेल, चोवाराम, पालेश्वर सहारे का इलाज जिला हॉस्पिटल में चल रहा है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। मृत युवक धनसिंग का शव पीएम के बाद गृहग्राम भेजने की व्यवस्था पुलिस ने की।यह भी पढ़ें: युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका, बस्तर फाइटर्स के 2800 पदों पर होगी भर्ती
इसी जगह 2 जवानों की शहादत हो चुकी
साल भर पहले इसी जगह पर हुए नक्सली हमले में सीएएफ के 2 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भी नक्सलियों द्वारा एम्बुश लगाए जाने की घटनाएं इसी जगह के आस-पास हो चुकी हैं। यह इलाका राजस्व जिला बस्तर में और थाना मालेवाही में आता है, लेकिन भौगोलिक स्थिति और अन्य व्यवहारिक दिक्कतों को देखते हुए मालेवाही थाना का प्रशासनिक नियंत्रण दन्तेवाड़ा जिला पुलिस को सौंपा गया है।