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यहां पर स्थिति विपरीत है आंगनवाड़ी सहायिका विनती ठाकुर ने बताया कि 3-4 वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु कालम खड़ा करवा कर छोड़ दिया गया है जो आज तक नहीं बना है। इस किराए के भगवान में हम पिछले 5-6 वर्षों से संचालित कर रहे हैं इससे पूर्व एक स्कूल भवन में या आंगनबाड़ी का कार्य संचालित हो रहा था।
यहां पर स्थिति विपरीत है आंगनवाड़ी सहायिका विनती ठाकुर ने बताया कि 3-4 वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु कालम खड़ा करवा कर छोड़ दिया गया है जो आज तक नहीं बना है। इस किराए के भगवान में हम पिछले 5-6 वर्षों से संचालित कर रहे हैं इससे पूर्व एक स्कूल भवन में या आंगनबाड़ी का कार्य संचालित हो रहा था।
यह भी पढ़ें : CG Election 2023 : नामांकन रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने केंद्रीय मंत्री को लिया आड़े हाथ आंगनवाड़ी में आसपास ग्रामीण मोहल्ले के बच्चे यहां लगभग 23 बच्चों की नाम दर्ज हैं बच्चों के साथ में आई एक ग्रामीण महिला ने बताया कि बताया कि एक ही कमरे में संचालित होने के कारण बच्चों एवं महिलाओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यहां पर ना ही बच्चों को खेलने लायक जगह है और ना ही व्यवस्थाओं के नाम से कुछ दिया जाता है।