दमोह. शहर के प्रमुख खेल मैदानों में शामिल तहसील ग्राउंड और उत्कृष्ट खेल मैदान लगातार उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। इन मैदानों की स्थिति में सुधार के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे। जिससे खिलाडिय़ों को अभ्यास करने और खेलने में कठिनाई हो रही है। दोनों मैदान किसी खेत को समतल कर दिए गए हों, ऐसे प्रतीत हो रहे हैं। तहसील ग्राउंड की बात करें, तो ये शहर का मुख्य खेल मैदान है। ज्यादातर खिलाड़ी इसी मैदान पर खेलते हैं। लेकिन इस समय यह मैदान बदहाल स्थिति में है। मैदान पर जगह जगह गड्ढे हैं। कंकड़ पत्थर व अन्य तरह की गंदगी फैली हुई है। जिससे खिलाडिय़ों को चोट लगने का खतरा रहता है। वहीं मैदान की सफाई और रखरखाव पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
दूसरी ओर उत्कृष्ट खेल मैदान भी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। इस मैदान पर न तो पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं और न ही खिलाडिय़ों के बैठने के लिए उचित जगह। सुबह और शाम के समय अभ्यास करने वाले खिलाड़ी बेहतर सुविधाओं के अभाव में परेशान होते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इस पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
खिलाडि़यों का कहना है कि खेल मैदानों की उपेक्षा से उनकी तैयारी और प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है। कई खिलाड़ी सही से अभ्यास करने में परेशान हो रहे हैं। खिलाडिय़ों ने मांग की है कि प्रशासन को इन खेल मैदानों की स्थिति सुधारने पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। वहीं शहर के खेलप्रेमियों का मानना है कि यदि इन मैदानों को बेहतर बनाया जाए, तो यहां से कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी बड़े स्तर पर प्रतिभा दिखा सकते हैंए लेकिन खराब मैदानों के कारण खिलाडिय़ों का उत्साह कम हो रहा है। प्रशासन को शीघ्र कदम उठाना चाहिए।