दमोह. देशी कट्टा, रिवॉल्वर और पिस्टल जैसे देशी हथियारों का निर्माण के मामले में दमोह गढ़ बनता रहा हैं। बीते पांच सालों में दमोह में जहां 4 जगहों पर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियों के भांडाफोड़ हो चुके हैं, जबकि दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित अन्य जिलों में दमोह के हथियार तस्कर पकड़े जा चुके हैं। सबसे ज्यादा मामले जबलपुर में सामने आए हैं। ताजा मामला दमोह में फिर सामने आया है, जहां एक हथियार फैक्ट्री पुलिस ने पकड़ी हैं। जिसमें तीन आरोपियों से 16 देशी तमंचे जब्त किए हैं। इस मामले में पुलिस अभी और आरोपियों तक पहुंचने में लगी हुई है।
पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी के बढ़ रहे ग्राफ से हैरान है। दमोह और छतरपुर में अवैध रूप से संचालित फैक्ट्रियों में बनाए गए ये हथियार किसी वैध फैक्ट्री के मापदंडों के अनुरूप ही होते हैं। इन हथियारों में यदि किसी सरकारी फैक्ट्री की मुहर लगा दी जाए तो असली व नकली में पहचान करने में एक्सपर्ट भी धोखा खा जाएं। दमोह एसपी भी पिस्टल क्वालिटी देख हैरान रह गए थे।
पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी के बढ़ रहे ग्राफ से हैरान है। दमोह और छतरपुर में अवैध रूप से संचालित फैक्ट्रियों में बनाए गए ये हथियार किसी वैध फैक्ट्री के मापदंडों के अनुरूप ही होते हैं। इन हथियारों में यदि किसी सरकारी फैक्ट्री की मुहर लगा दी जाए तो असली व नकली में पहचान करने में एक्सपर्ट भी धोखा खा जाएं। दमोह एसपी भी पिस्टल क्वालिटी देख हैरान रह गए थे।