दमोह. दमोह नगरपालिका में एक ऐसा नवाचार होने जा रहा है, जो सुनने में भले ही अचरज भरा हो, लेकिन कारगर साबित हो सकता है। सीएमओ अब थर्ड जेंडर (ट्रांस जेंडर) को नगरपालिका क्षेत्र की टैक्स, राजस्व वसूली का जिम्मा देने वाले हैं। जिसके पीछे उनका उद्देश्य इस वर्ग को रोजगार से जोडऩा और वसूली है। देश में पहली बार होने जा रहे इस प्रयोग की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
दरअसल, दमोह नगरपालिका क्षेत्र के लोगों पर ४० करोड़ से अधिक टैक्स, राजस्व बकाया है। नपा की राजस्व टीम वसूली में उतनी प्रभावी नहीं हो पा रही हैं, जबकि नागरिक जागरुकता का परिचय नहीं दे रहे हैं। ऐसे में सीएमओ नगरपालिका ने अब वसूली को नए प्रयोग से करने की योजना बनाई है। जिसमें वह अब थर्ड जेंडर को जिम्मेदारी देने वाले हैं।
दरअसल, दमोह नगरपालिका क्षेत्र के लोगों पर ४० करोड़ से अधिक टैक्स, राजस्व बकाया है। नपा की राजस्व टीम वसूली में उतनी प्रभावी नहीं हो पा रही हैं, जबकि नागरिक जागरुकता का परिचय नहीं दे रहे हैं। ऐसे में सीएमओ नगरपालिका ने अब वसूली को नए प्रयोग से करने की योजना बनाई है। जिसमें वह अब थर्ड जेंडर को जिम्मेदारी देने वाले हैं।