दमोह. स्कूली बच्चे कच्चे घड़े के समान होते हैं, जिन्हें जैसा आकार दो, उसी तरह ढलते हैं। इसी तर्ज पर अब जिले के सभी विद्यार्थियों को प्रार्थना के बाद संकल्प पत्र का वाचन कराया जाएगा। ताकि बच्चे नैतिक मूल्य और अनुशासन के गुर सीखें। यह नवाचार जिले में सभी निजी और सरकारी स्कूलों में लागू कर दिया गया हैं। बताया गया है कि कक्षा तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए अच्छी आदतों के विकास और समाज के श्रेष्ठ व भावी नागरिक बनाने की दिशा में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने यह संकल्प पत्र तैयार कराया है। इसका वाचन प्रार्थना सभा के दौरान प्रतिदिन किया जाएगा।
- इन आदतों में सुधार लाने का होगा प्रयास
संकल्प वाचन में जहां भी व्यर्थ में पानी बहता देखे, तत्काल नल को बंद करेंगे, जहां भी व्यर्थ में जलती हुई लाइट, पंखा देखेंगे जाकर बटन तुरंत बंद करेंगे, हम पाऊच पॉलीथीन को डस्टबिन में डालेंगे, यहां वहां नहीं फेकेंगे, हम जब भी खाना खाएंगे थाली में जूठन नहीं छोड़ेंगे, हम जीवन में कम से कम एक पेड़ जरूर लगाएंगे, देख भाल करेंगे, किसी प्रकार का नशा या धूम्रपान कभी नहीं करेंगे, हम स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन खेल कूद योग करेंगे, हम यातायात के नियमों का सदैव पालन करेंगे, जैसे संकल्पों को वाचन होगा। इसी तरह हम हमेशा अपने से बड़ों का आदर करेंगे, हम लड़कियों और महिलाओं को हमेशा सम्मान की दृष्टि से देखेंगे, हम जानवरों और जीव जंतुओं को परेशान नहीं करेंगे, हम जब तक स्कूल में पढ़ेंगे अपने माता-पिता के फोन का उपयोग करेंगे, अलग से फोन लेने की जिद नहीं करेंगे, फोन का उपयोग केवल पढ़ाई के लिए करेंगे, पालन करेंगे, हम रोजाना देश दुनिया के ज्ञानवर्धक समाचार पढ़ेंगे, देखेंगे, सुनेंगे, हम जितना अधिक हो सके सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे, हम धर्म, जाति, भाषा, संप्रदाय, रंग, क्षेत्र के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंग, हम घर पर एक गुल्लक रखेंगे और उसमे पैसे बचा कर जमा करेंगे, हम सरकारी सम्पत्ति को कभी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और हम अपने भविष्य के कॅरियर के लिए लक्ष्य का निर्धारण करेंगे, जैसे संकल्पों का वाचन करेंगे। - कलेक्टर बोले, महत्वपूर्ण कदम हो सकता है
कलेक्टर सुधीर कोचर का मानना है कि प्रतिदिन स्कूली छात्र प्रार्थना में संकल्प लेंगे, जिससे छात्रों में नैतिक मूल्य और अनुशासन आएगा। वर्तमान समय में विद्यार्थियों द्वारा मोबाइल के अधिक प्रयोग से विद्यालयों में अनेक ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जो समाज के लिए घातक है और विद्यार्थियों के भविष्य के लिए चिंता का विषय है। बिजली, पानी का अव्यय व पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए संकल्प पत्र एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
एसके नेमा, डीइओ दमोह