आदिवासियों के विकास के लिए कई प्रस्तावों को हरी झंडी मिल सकती है। आदिवासी छात्रों की छात्रवृत्ति में वृद्धि, आदिवासी महिला सुरक्षा, युवाओं की शिक्षा के लिए नए शिक्षण संस्थान, भर्तियों में विशेष तवज्जो देने और बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई का रकबा बढ़ाने वाले प्रस्ताव शामिल हो सकते हैं। पड़ोसी राज्यों के नागरिकों को साधने की कवायद भी हो सकती है। स्थानीय स्तर की मांगों में 90त्न नीतिगत मांगों को भी मंजूरी मिल सकती है।
ये होगी खासियत
-दुर्गावती का सुशासन, कुशलता, महिला सशक्तीकरण से प्रेरित स्वरूपों दर्शाया जाएगा। -खाद्य क्षेत्र को पारंपरिक गोंड गांव के आंगन की तर्ज पर सजाया है, जहां मुख्यमंत्री, मंत्री व अन्य पेड़ों के नीचे हटा से लाए कांसे के बर्तनों में भोजन करेंगे। -मंत्रियों के विशेष कार्यालय गोंड कला और भित्ती चित्रों से प्रेरित। -स्वागत जनजातीय सांस्कृतिक टीम पारंपरिक शैली में करेगी।
दमोह पहला जिला, जिसका विजन दस्तावेज
सरकार दमोह जिले का विजन दस्तावेज जारी करेगी। इसमें भविष्य के दमोह का खाका होगा। इसी आधार पर दमोह का समग्र विकास होगा। मोहन सरकार ने अब तक ऐसा दस्तावेज किसी जिले को लेकर जारी नहीं किया।पहले भी बाहर हो चुकी हैं कैबिनेट
एमपी की मोहन सरकार 3 जनवरी को अवंती बाई के नाम पर जबलपुर में बंद कमरे में कैबिनेट कर चुकी है। शिवराज सरकार पचमढ़ी, उज्जैन और कोलार डैम पर कैबिनेट कर चुकी। मोहन सरकार भोपाल से बाहर 45 जगह कैबिनेट बैठकें करेगी। अगली कैबिनेट महेश्वर में अहिल्या को समर्पित होगी।इन प्रस्तावों से बदलेगी दमोह जिले की सूरत
-दमोह का पीएमश्री कॉलेज रानी दुर्गावती के नाम पर, सिंग्रामपुर में सीएम राइज स्कूल, पीएचसी, सामुदायिक भवन। नई सिंचाई योजना या मौजूदा का विस्तार। -दुर्गावती पर छात्रवृत्ति योजना का विस्तार -सिंग्रामपुर और आसपास के शासकीय भवनों के नाम महापुरुषों पर -सामाजिक क्षेत्र से जुड़ा शोध केंद्र -दुर्गावती का पराक्रम दिखाने वाले भव्य पार्क का प्रस्ताव
सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि भी डालेंगे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लाड़ली बहनाओं को हर महीने दी जाने वाली 1250 रुपए की राशि खातों में ट्रांसफर करेंगे। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि दी जाएगी। उज्ज्वला योजना की हितग्राही बहनों के खाते में अनुदान की राशि भी डालेंगे। करोड़ों के कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन होगा। बटियागढ़ के उत्कृष्ट विद्यार्थियों का सम्मान।सुविधाएं बढ़ेंगी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
रानी दुर्गावती की कर्मस्थली रही सिंग्रामपुर में कैबिनेट का उद्देश्य सामान्यजन में अपने इतिहास, स्वतंत्रता सेनानियों व महवपूर्ण व्यक्तियों के प्रति चेतना और श्रद्धा उत्पन्न करना है। इस बैठक से यहां सुविधाओं में भी वृद्धि होगी और सामान्यजन में इन स्थलों पर जाने की इच्छा उत्पन्न होगी। इन स्थानों का विकास भी होगा। -अनुपमा कौशिक, प्रोफेसर, राजनीति विभाग, डॉ. हरिसिंह