दरअसल बंदियों की कलाकारी का प्रदर्शन चल रहा था। इस दौरान जेलर सी.एल प्रजापति ने बरेदी गीत का गायन किया, जिसमें जेल के कई कैदी उत्साह में नृत्य करने लगे। कुछ ही देर में जब कारवां आगे बढ़ा तो जेलर साहब मैदान में आए और बंदियों के साथ जमकर नृत्य शुरु कर दिया।
कैदियों के साथ झूमकर नृत्य करते दिखे जेलर
इस अवसर पर जेल अधीक्षक सी.एल प्रजापति ने कैदी और बंदियों को संदेश देते हुए कहा कि राम का नाम राम से महान है। महर्षि वाल्मीकि ने उल्टा नाम जप के भी अपने जीवन को धन्न किया। रामायण जैसे महान धार्मिक ग्रंथ की रचना पर भी उन्होंने महत्वपूर्ण पाठ कैदी-बंदियों को सुनाया। यह भी पढ़ें- दशहरा उत्सव में अश्लीलता की हद: जिस पुलिसकर्मी को ड्यूटी पर लगाया, वही बार बाला संग लगा रहा ठुमके, Video