दमोह. 2024 में शहर के दो बड़े प्रोजेक्ट पूरे होने की उम्मीद लोगों को थी, लेकिन इस साल सिर्फ इनकी अनदेखी ही हुई। सवाल खड़े हुए, लेकिन इनके जवाब नहीं मिल सके। अब नए साल 2025 में इन दोनों बहु प्रतीक्षित कार्यों को पूरा किया जाएगा। इसके लिए नगरपालिका ने योजना भी तैयार कर ली है। ये दोनों प्रोजेक्ट शहर के जटाशंकर से जबलपुर नाका तक का मॉडल रोड और प्रधानमंत्री आवास की एलआइजी, एमआइजी कॉलोनी है।
चार साल से है मॉडल रोड का इंतजार
शहर का सबसे व्यस्ततम मार्ग कीर्ति स्तंभ से जबलपुर नाका रोड को मॉडल रोड बनाने की घोषणा २०२१ में तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री ने की थी। इसके बाद इस फाइल चली, टेंडर लगे, वर्क ऑर्डर हुए, काम भी शुरू हुआ, लेकिन अटकने में भी देरी नहीं लगी। जो २०२४ पूरा होने के बाद भी अटका ही हुआ है। ऐसे में इस साल इस रोड के बनने की उम्मीद है। नगरपालिका की माने तो इसके लिए बजट भी उन्हें मिल गया है। २०२५ में यह रोड बनकर तैयार हो जाएगा। जिससे निश्चित ही लोगों का इंतजार खत्म होगा।
शहर का सबसे व्यस्ततम मार्ग कीर्ति स्तंभ से जबलपुर नाका रोड को मॉडल रोड बनाने की घोषणा २०२१ में तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री ने की थी। इसके बाद इस फाइल चली, टेंडर लगे, वर्क ऑर्डर हुए, काम भी शुरू हुआ, लेकिन अटकने में भी देरी नहीं लगी। जो २०२४ पूरा होने के बाद भी अटका ही हुआ है। ऐसे में इस साल इस रोड के बनने की उम्मीद है। नगरपालिका की माने तो इसके लिए बजट भी उन्हें मिल गया है। २०२५ में यह रोड बनकर तैयार हो जाएगा। जिससे निश्चित ही लोगों का इंतजार खत्म होगा।
सात साल से सपनों में अरबों का प्रोजेक्ट
नगरपालिका का दूसरा लक्ष्य प्रधानमंत्री आवास एलआइजी एमआइजी कॉलोनी के रुके पड़े कार्य को गति देना और यहां लोगों को आमंत्रित करना हैं। यह योजना 10 साल पुरानी है। जिसके लिए ९ साल पहले काम शुरू हुए थे। इसके कुछ आवास बन भी चुके हैं, जबकि कुछ के स्ट्रक्चर देखने मिलते हैं। सात साल से सिर्फ सपनों में ही यह प्रोजेक्ट पड़ा है। नगरपालिका अधिकारियों और उपयंत्रियों की गड़बड़ी व अनदेखी से यह प्रोजेक्ट खटाई में पड़ा है। इसके अब नगरपालिका 2025 में पूरा करेगी। इसके लिए जरूरी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यहां सड़कों सहित कुछ निर्माण कार्यों के लिए सेंक्शन, बजट भी मिलने की उम्मीद है। इससे यहां नया क्षेत्र विकसित होगा।
सीधी बात: प्रदीप शर्मा, सीएमओ नगरपालिका दमोह
सवाल: २०२४ के अधूरे कार्यों को लेकर क्या रूपरेखा है?
जवाब: जटाशंकर रोड, पीएम आवास प्रॉइटी पर है। 2025 में सबसे पहले ये काम होंगे।
सवाल: इन कार्यों के लिए अभी तक कोई प्रयास ?
जवाब: रोड के लिए 80 लाख लोन एग्रीमेंट हो गया है, पूराने कांट्रेक्टर से भी बात हो गई है। पीएम आवास के लिए संशोधित डीपीआर का भी अप्रूवल मिल गया है।
सवाल: 2025 के लिए क्या विजन है?
जवाब: 2025 में हमारा प्रमुख विजन शहर के जल निकासी की प्रॉपर व्यवस्था करना है। इसके अलावा प्राप्त पेयजल वॉटर सप्लाई करना है, इसके लिए मीटर लगाने जा रहे हैं। स्वच्छता के लिए इस पूरे साल नए तरीके से काम करेंगे। जिससे लोग रोजगार से भी जुड़ेंगे।
नगरपालिका का दूसरा लक्ष्य प्रधानमंत्री आवास एलआइजी एमआइजी कॉलोनी के रुके पड़े कार्य को गति देना और यहां लोगों को आमंत्रित करना हैं। यह योजना 10 साल पुरानी है। जिसके लिए ९ साल पहले काम शुरू हुए थे। इसके कुछ आवास बन भी चुके हैं, जबकि कुछ के स्ट्रक्चर देखने मिलते हैं। सात साल से सिर्फ सपनों में ही यह प्रोजेक्ट पड़ा है। नगरपालिका अधिकारियों और उपयंत्रियों की गड़बड़ी व अनदेखी से यह प्रोजेक्ट खटाई में पड़ा है। इसके अब नगरपालिका 2025 में पूरा करेगी। इसके लिए जरूरी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यहां सड़कों सहित कुछ निर्माण कार्यों के लिए सेंक्शन, बजट भी मिलने की उम्मीद है। इससे यहां नया क्षेत्र विकसित होगा।
सीधी बात: प्रदीप शर्मा, सीएमओ नगरपालिका दमोह
सवाल: २०२४ के अधूरे कार्यों को लेकर क्या रूपरेखा है?
जवाब: जटाशंकर रोड, पीएम आवास प्रॉइटी पर है। 2025 में सबसे पहले ये काम होंगे।
सवाल: इन कार्यों के लिए अभी तक कोई प्रयास ?
जवाब: रोड के लिए 80 लाख लोन एग्रीमेंट हो गया है, पूराने कांट्रेक्टर से भी बात हो गई है। पीएम आवास के लिए संशोधित डीपीआर का भी अप्रूवल मिल गया है।
सवाल: 2025 के लिए क्या विजन है?
जवाब: 2025 में हमारा प्रमुख विजन शहर के जल निकासी की प्रॉपर व्यवस्था करना है। इसके अलावा प्राप्त पेयजल वॉटर सप्लाई करना है, इसके लिए मीटर लगाने जा रहे हैं। स्वच्छता के लिए इस पूरे साल नए तरीके से काम करेंगे। जिससे लोग रोजगार से भी जुड़ेंगे।