दमोह

वृद्धों के लिए आसान नहीं राशन मिलना, फिंगर प्रिंट मैच नहीं होना समस्या

हर माह कई गरीब हितग्राही राशन से हो जाते हैं वंचित दमोह. जिले में सैकड़ों गरीब वृद्ध हर महीने अपने हक के राशन से वंचित हो रहे हैं। इसकी मुख्य वजह है फिंगरप्रिंट मिलान में आ रही समस्या। नई व्यवस्था और नियमों के तहत आधार आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है, लेकिन यह व्यवस्था बुजुर्गों के […]

दमोहDec 20, 2024 / 02:15 am

हामिद खान

फिंगर प्रिंट मैच नहीं होना समस्या

हर माह कई गरीब हितग्राही राशन से हो जाते हैं वंचित
दमोह. जिले में सैकड़ों गरीब वृद्ध हर महीने अपने हक के राशन से वंचित हो रहे हैं। इसकी मुख्य वजह है फिंगरप्रिंट मिलान में आ रही समस्या। नई व्यवस्था और नियमों के तहत आधार आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है, लेकिन यह व्यवस्था बुजुर्गों के लिए जी का जंजाल बन गई। ऐसा इसलिए क्योंकि जिले के कई वृद्ध नागरिकों की उम्र के कारण उनके फिंगरप्रिंट्स पीओएस मशीन में ठीक से स्कैन नहीं हो पा रहे हैं। जिससे उन्हें राशन नहीं मिल पाता। यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है और इसका समाधान अब तक नहीं निकल पाया है।
हाल ही में कलेक्टर ने जिले के राशन दुकान संचालकों के साथ एक बैठक की थी। बैठक में राशन दुकान संचालकों की समस्याएं सुनी गईं थीं। इसके साथ ही उन्हें निर्देश दिए गए थे कि राशन वितरण शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। इसके बावजूद जिले में शत प्रतिशत राशन वितरण नहीं हो पा रहा है। इसकी एक बड़ा कारण राशन से वंचित बुजुर्ग भी हैं। क्योंकि कई बुजुगो के फिंगर मैच नहीं हो रहे हैं। इधर, इस मामले में लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। कई वृद्ध नागरिक, जो पहले से ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, वहीं राशन न मिलने के कारण और भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में यह समस्या और भी ज्यादा है।
ओटीपी विकल्प, लेकिन जिनके पास मोबाइल नहीं वे परेशान
जिनके फिंगरप्रिंट मैच नहीं होते, उन्हें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी से सत्यापन कर राशन दिया जा सकता है। हालांकि इसमें अड़चन ये है कि कई बुजुर्ग मोबाइल का उपयोग नहीं करते। जिससे ओटीपी से राशन मिलना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा जिनके पास मोबाइल है, कई बार उनका रिचार्ज न होने पर ओटीपी नहीं आ पाता जिससे समस्या और बढ़ रही है।
दिसंबर में राशन वितरण की स्थिति
इस माह का अब तक जिले में 543 राशन दुकानों पर औसत राशन वितरण 68.87 प्रतिशत जो चुका है। इस समय जिन दुकानों पर 30 फीसदी से कम वितरण हुआ उनकी संख्या 65 हैए जबकि 30 से 60 फीसदी वितरण वाली 77 दुकानें हैं। 60 से 90 फीसदी वितरण करने वाली 274 और 90 से अधिक वितरण वाली 127 दुकानें हैं।
क्या करें, खाली वापस आए
राशन नहीं मिलने पर ७० वर्षीय रामविशाल सिंह ने बताया कि मेरे अंगूठे का निशान चार पांच बार लगाया, लेकिन मिलान नहीं हुआ। साथ ही पात्रता पर्ची बनवाने के समय, जो मोबाइल नंबर दिया था वह मेरा नहीं था। अभी मुझे राशन नहीं मिला है। इसी तरह नन्नेभाई ने बताया कि कुछ समय पहले आग से हाथ जलने की वजह से फिंगर प्रिंट नहीं लगता है। राशन लेने गया था, लेकिन अभी राशन नहीं मिला है। एक दो दिन बाद फिर से बुलाया है। बता दें कि इस तरह की परेशानियां अन्य बुजुर्गों की भी हैं।
यह बोले जिम्मेदार
एसडीएम आरएल बागरी का कहना है कि सैल्समैन को सक्रियता से राशन वितरण के लिए निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जहां फिंगर मैच नहीं होने जैसी समस्या आती है उसके लिए अन्य ऑप्शन के जरिए राशन वितरण करने की कार्यप्रणाली अपनाए जाने के निर्देश हैं।

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