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अंधा मोड़ होने पर हादसों में इजाफा, रोकने नहीं हो रहे प्रयास

छतरपुर हाइवे पर हैं तो गेवलारी की पुलिया का रखें ध्यान, यहां कब क्या हो इसका नहीं भरोसा दमोह. छतरपुर हाइवे पर बटियागढ़ के पास गेवलारी की पुलिया पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। पुलिया पर 90 डिग्री का एक खतरनाक मोड़ है, जिसे अंधा मोड़ कहा जाता है। यह मोड़ वाहन चालकों के […]

दमोहNov 09, 2024 / 06:38 pm

हामिद खान

अंधा मोड़ होने पर हादसों में इजाफा, रोकने नहीं हो रहे प्रयास

अंधा मोड़ होने पर हादसों में इजाफा, रोकने नहीं हो रहे प्रयास

छतरपुर हाइवे पर हैं तो गेवलारी की पुलिया का रखें ध्यान, यहां कब क्या हो इसका नहीं भरोसा

दमोह. छतरपुर हाइवे पर बटियागढ़ के पास गेवलारी की पुलिया पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। पुलिया पर 90 डिग्री का एक खतरनाक मोड़ है, जिसे अंधा मोड़ कहा जाता है। यह मोड़ वाहन चालकों के लिए चुनौतीपूर्ण बना हुआ है, जहां कमोबेश हर सप्ताह वाहन पलटने की घटनाएं हो रही हैं। अनुमान के अनुसार केवलारी की पुलिया पर पलटने वाले वाहनों में 95 फीसदी से ज्यादा भारी वाहन होते हैं। जिनमें ट्रक, डंपर, कंटेनर, ट्रॉला प्रमुख हैं।
पिछले एक साल के दौरान केवलारी की पुलिया पर हुए हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा हर दुर्घटना में लाखों का आर्थिक नुकसान भी हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिया पर सड़क के किनारे कोई भी चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया गया है, न ही प्रशासन ने किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की है। सुरक्षा के नाम पर सिर्फ ब्रेकर ही बनाए गए हैं। पुलिया के किनारे पर बने तीखे मोड़ के कारण ड्राइवरों को अचानक से मुडऩा पड़ता है।
सड़क और मोड़ की दशा से अनजान बाहरी वाहन चालकों के लिए यह काम और कठिन हो जाता है। तेज गति के चलते वाहन अक्सर संतुलन खो देते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। केवलारी पुलिया पर हो रहे हादसे न सिर्फ जान माल का नुकसान कर रहे हैंए बल्कि हाइवे यातायात के लिए भी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है।
गेवलारी की पुलिया: छतरपुर मार्ग पर गेवलारी की पुलिया से बड़ी चढ़ाई तक का हिस्सा ब्लैक स्पॉट बन गया है। यहां एक किलोमीटर के दायरे में चार मुख्य स्थानों पर लगातार हादसे होते रहते हैं।
हाल ही में हुए गेवलारी की पुलिया पर बड़े हादसे
बीते बुधवार-गुरुवार की रात पुलिया से अनियंत्रित होकर ट्रक पलट गया। दबने से ट्रक चालक की मौत हो गई।
बीते 4 नवंबर को ङ्क्षक्लकर से भरा कैप्सूल ट्रक पुलिया से पलट गया था। इसमें ट्रक चालक घायल हुआ था।
सितंबर 2024 में मैदे से लोड ट्रक पुलिया से ५० मीटर दूर नीमन तिराहे के पास अनियंत्रित होकर पलट गया था। जिसमें चालक परिचालक घायल हुए थे।
पिछले साल गेवलारी की पुलिया पर एक ट्रक, बाइक सवारों को टक्कर मारकर पलट गया था। इसमें एक महिला की मौत और ट्रक चालक व क्लीनर घायल हुए थे।
पर्याप्त होना चाहिए सुरक्षा व्यवस्था, अभी है कमी
विशेषज्ञों की मानें तो, अंधे मोड़, ब्लैक स्पॉट, उतार चढ़ाव और अधिक हादसों वाली जगहों पर चेतावनी बोर्ड, स्पीड ब्रेकर, उचित स्ट्रीट लाइङ्क्षटग और संकेतक लगाना जरूरी है। साथ ही अंधे मोड़ पर कन्वेक्स मिरर लगाने चाहिए, ताकि वाहन चालकों को सामने की गतिविधि दिख सके। हालांकि गेवलारी की पुलिया से लेकर बढ़ी चढ़ाई तक स्थिति उलट है। सिर्फ एक दो जगह ब्रेकर ही बने हैं। वो भी जर्जर हैं।
हादसों की रोकथाम को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उक्त पुलिया पर क्या सुधार किया जा सकता है, इसे दिखवाते हैं।
संदीप मिश्रा, एएसपी दमोह

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