दमोह

गिरदावरी में सर्वेयर ने सिंचित जमीन को बता दिया सिंचित

गिरदावरी में सर्वेयर ने सिंचित जमीन को बता दिया सिंचित

दमोहOct 13, 2024 / 02:26 am

हामिद खान

गिरदावरी में सर्वेयर ने सिंचित जमीन को बता दिया सिंचित

धान का पंजीयन कराने के लिए किसान परेशान
बम्होरीमाला.जबेरा ब्लॉक के किसानों को धान की फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन कराना होते हैं। जिससे किसान की धान की फसल अच्छी कीमत में सरकार खरीद सके और किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सके, लेकिन ऐसा होना संभव नहीं हो पा रहा है, क्योंकि हर साल बोई गई फसल की गिरदावरी पटवारी करते है। इस बार सर्वेयर ने किसानों की बोई गई फसल की गिरदावरी की गई है। सर्वेयर ने किसानों की बोई गई धान की सिंचित फसल को पटवारी रेकॉर्ड में सिंचित बता दिया। जिससे किसान की धान लगभग प्रति एकड़ 8 ​क्विंटल ही समर्थन मूल्य पर जाएगी। जबकि सिंचित रकवा में किसान की धान लगभग 16 से 17 ​क्विंटल प्रति एकड़ पंजीयन में जमा हो जाती है। माला जलाशय की नहर से धान की फसल की सिंचित होती है, जिससे किसानों की धान की उपज प्रति एकड़ 25 से 28 ​क्विंटल तक हो जाती है। ऐसी स्थिति में यदि किसान एक एकड़ पर 8 ​क्विंटल धान सोसाइटी में बेचेगा तो किसान के पास बची 17 से 20 ​क्विंटल धान मजबूरी में व्यापारियों को बेचनी पड़ेगी।
बम्होरी मानगढ़ निवासी किसान टंडन यादव, भगवानदास खरे का कहना है कि हम लोग की जमीन में नहर से पानी धान की फसल में हमेशा होता आया है। हम लोग ​क्विंटल विभाग को इसका मुआवजा भी देते हैं, लेकिन इस बार पटवारी की जगह पर सर्वेयर हमारी जमीन की गिरदावरी की गई, जिससे हम लोगों की जमीन को सिंचित बता दिया गया। किसानों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि पटवारी से सही गिरदावरी कराई जाए और पंजीयन कराने की तारीख को आगे बढ़ाया जाए, जिससे हम सभी किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके।
इस संबंध में पटवारी गिरीश सिंह का कहना है कि गिरदावरी में सर्वेयर से गलती हुई है, जिन्होंने सिंचित जमीन को सिंचित कर दिया। इसका सुधार किया जा रहा है। इस संबंध में एसडीएम अविनाश रावत का कहना है कि सोमवार को तहसीलदार से बात
करता हूं।

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