दमोह. नए साल पर नगरपालिका दमोह के सीएमओ ने कर्मचारियों को तोहफा स्वरूप ऐसा पत्र जारी किया है, जिससे कर्मचारी संशय में हैं। ऐसे में अब आगे क्या करें, इस पर भी विचार शुरू हो गया है।
दरअसल, बीते माह में नगरपालिका के सभी कर्मचारी संयुक्त रूप से पीआइसी के एक प्रस्ताव के विरोध में हड़ताल पर चले गए थे। जिसे नगरपालिका में ताला डल गया था। अब जब कर्मचारियों के सैलरी प्रतिवेदन को आगे बढ़ाने की बात आई तो उक्त दिवस में अवकाश पर रहे कर्मचारियों ने सीएल, इएल लगाने के आवेदन दिए, लेकिन सीएमओ ने इन्हें नहीं मानते हुए एक आदेश जारी कर दिया है। जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।
५५० कर्मचारी २-२ घंटे रविवार को करें श्रमदान
सीएमओ ने कर्मचारी संघ के अध्यक्ष/ महामंत्री के नाम पर जारी पत्र में उल्लेख है कि 2 दिवस का अवकाश के कारण उक्त समय की जनसेवा में कटौत्री हुई है। ऐसे में अनुरोध है कि सभी 550 कर्मचारी हर रविवार को होने वाले श्रमदान कार्यक्रम में 2 घंटे श्रमदान करें। इस तरह 8 सप्ताह काम करने से 16 घंटे काम हो जाएगा। साथ ही तर्क दिया कि संघ के आव्हान पर ऐसा करने से संघ की सकारात्मक कार्यों में रुचि के कारण नागरिकों के मन में सोच बेहतर होगी। साथ ही ऐसा होने पर उनके अवकाश के संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा।
सीएमओ ने कर्मचारी संघ के अध्यक्ष/ महामंत्री के नाम पर जारी पत्र में उल्लेख है कि 2 दिवस का अवकाश के कारण उक्त समय की जनसेवा में कटौत्री हुई है। ऐसे में अनुरोध है कि सभी 550 कर्मचारी हर रविवार को होने वाले श्रमदान कार्यक्रम में 2 घंटे श्रमदान करें। इस तरह 8 सप्ताह काम करने से 16 घंटे काम हो जाएगा। साथ ही तर्क दिया कि संघ के आव्हान पर ऐसा करने से संघ की सकारात्मक कार्यों में रुचि के कारण नागरिकों के मन में सोच बेहतर होगी। साथ ही ऐसा होने पर उनके अवकाश के संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा।
इस तरह का पहली बार पत्र जारी, विरोध करेंगे
कर्मचारी नेता प्रभात ने बताया कि हड़ताल के दो दिवस को सीएल में बदलने के लिए सामूहिक रूप से आवेदन दिया गया था। जिसके विरुद्ध सीएमओ ने जो तुगलकी फरमान जारी किया है, गलत है। श्रमदान का हम विरोध नहीं करते, आप कहते तो हम सभी आते, लेकिन अवकाश के 16 घंटों को ऐसे एडजस्ट करेंगे, जैसे पत्र जारी करना कर्मचारियों के विरुद्ध उनके व्यवहार प्रदर्शित करता हैं। हम लोगों ने कोरोना जैसे समय में काम किया है। इस संबंध में बैठक की जाएगी। जिसमें पत्र को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
-वर्शन
स्वच्छता सर्वेक्षण का समय चल रहा है। कलेक्टर लगातार हर रविवार को श्रमदान कर रहे हैं। मैं भी करता हूं। ऐसे में यदि हमारे सभी कर्मचारियों से श्रमदान करने का संघ का आव्हान करता है तो इससे रिजल्ट और अच्छे आएंगे। हड़ताल के २ दिन को समाहित करने के लिए इससे अच्छा ऑप्सन क्या हो सकता है। जिसका आग्रह संघ के पदाधिकारियों से किया है।
प्रदीप शर्मा, सीएमओ नगरपालिका दमोह
कर्मचारी नेता प्रभात ने बताया कि हड़ताल के दो दिवस को सीएल में बदलने के लिए सामूहिक रूप से आवेदन दिया गया था। जिसके विरुद्ध सीएमओ ने जो तुगलकी फरमान जारी किया है, गलत है। श्रमदान का हम विरोध नहीं करते, आप कहते तो हम सभी आते, लेकिन अवकाश के 16 घंटों को ऐसे एडजस्ट करेंगे, जैसे पत्र जारी करना कर्मचारियों के विरुद्ध उनके व्यवहार प्रदर्शित करता हैं। हम लोगों ने कोरोना जैसे समय में काम किया है। इस संबंध में बैठक की जाएगी। जिसमें पत्र को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
-वर्शन
स्वच्छता सर्वेक्षण का समय चल रहा है। कलेक्टर लगातार हर रविवार को श्रमदान कर रहे हैं। मैं भी करता हूं। ऐसे में यदि हमारे सभी कर्मचारियों से श्रमदान करने का संघ का आव्हान करता है तो इससे रिजल्ट और अच्छे आएंगे। हड़ताल के २ दिन को समाहित करने के लिए इससे अच्छा ऑप्सन क्या हो सकता है। जिसका आग्रह संघ के पदाधिकारियों से किया है।
प्रदीप शर्मा, सीएमओ नगरपालिका दमोह